शिक्षकों का बड़ा प्रदर्शन, 23 संगठनों के शिक्षक तूता धरना स्थल पहुंचे, थोड़ी देर में करेंगे मंत्रालय घेराव

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रायपुर। छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में आज प्रदेश भर के शिक्षक युक्तियुक्तकरण को लेकर मंत्रालय घेराव करने माना तूता धरना स्थल पर इकठ्ठा हुये हैं। दूर-दराज से आने वाले शिक्षक ट्रेन और बसों में रायपुर पहुंचे। तूता धरना स्थल से 23 संगठनों के शिक्षक युक्तियुक्तकरण को रद्द करने की मांग को लेकर मंत्रालय का घेराव करेंगे। धरना स्थल में बड़ी संख्या में महिला शिक्षिका भी मौजूद है। आज सुबह 10 बजे से धरना प्रदर्शन शुरू हुआ, जो दोपहर 2 बजे तक चलेगा। ठीक 2 बजे मंत्रालय घेराव के लिए सारे शिक्षक धरना स्थल तूता से मंत्रालय घेराव के लिए कूच करेंगे।

शिक्षक नेताओं ने बताया कि 2008 में जो सेटअप बना था, वह व्यावहारिक और व्यावसायिक दृष्टि से उपयुक्त है। उसके अनुसार प्राथमिक शालाओं में कम से कम तीन शिक्षक (60 बच्चों पर) तथा मिडिल स्कूलों में न्यूनतम पांच शिक्षक आवश्यक हैं। हाई व हायर सेकेंडरी स्कूलों में भी विषयानुसार पद स्वीकृत किए जाने चाहिए, कामर्स हेतु 2 शिक्षक अनिवार्य है, वर्तमान युक्तियुक्तकरण में इन मानकों की अनदेखी की जा रही है।

शिक्षक विहीन व एकल शिक्षकीय शाला क्यो है

गत डेढ़ वर्ष पहले प्राथमिक शाला में 3 हजार सहायक शिक्षकों की भर्ती की गई, प्रायमरी व मिडिल स्कूलों में पदोन्नति भी की गई, फिर भी 212 प्राथमिक शाला शिक्षक विहीन क्यो है,? 6872 प्राथमिक शाला एकल शिक्षकीय क्यो है,? क्यो 48 पूर्व माध्यमिक शाला शिक्षक विहीन है और क्यो 255 पूर्व माध्यमिक शाला एकल शिक्षकीय है, जबकि शिक्षा विभाग ने शिक्षक विहीन व एकल शिक्षकीय शाला में पहले पोस्टिंग का आदेश दिया था, इसके लिए शिक्षा विभाग जिम्मेदारी तय करे।

शिक्षक नेताओं ने कहा कि प्रदेश में बहुसंख्य शिक्षक अब भी पदोन्नति से वंचित है, 12, 15 वर्षों से एक ही पद पर सेवारत है अतः क्रमोन्नति हेतु जनरल आर्डर जारी किया जाए।

10 वर्ष से कम सेवा पूर्ण करने वाले शिक्षक साथी शून्य पेंशन पर सेवानिवृत्ति हो रहे है, अतः पेंशन व अन्य लाभ हेतु पूर्व सेवा अवधि की गणना की मांग की गई है।

भर्ती व पदोन्नति नियम के अनुसार उच्च पदों पर डीएड व बीएड प्रशिक्षित शिक्षकों की पदोन्नति की जाए।

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