रूंगटा कॉलेज बना यूनिवर्सिटी…गूगल, माइक्रोसॉफ्ट जैसी 20 कंपनियों के एक्सपर्ट ने तैयार किया भविष्य का सिलेबस

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भिलाई| प्रदेश में तकनीकी शिक्षा के क्षेत्र में 26 साल से मील के पत्थर की तरह स्थापित भिलाई का रूंगटा आर-1 इंजीनियरिंग कॉलेज अब एक नया कीर्तिमान रचने को तैयार है। रूंगटा आर-1 ग्रुप इस साल से रूंगटा इंटरनेशनल स्किल्स यूनिवर्सिटी कहलाएगा। राज्य सरकार ने रूंगटा यूनिवर्सिटी को मंजूरी दे दी है। इसी साल से इसमें एडमिशन भी शुरू होंगे। सबसे खास बात यह है कि, यह देश की पहली यूनिवर्सिटी है, जिसका सिलेबस गूगल, माइक्रोसॉफ्ट, मेटा यानी फेसकबुक, अमरीका की कैंब्रेज यूनिवर्सिटी, अमेजन और आईबीएम जैसी 20 नामी कंपनियों के एक्सपट्र्स ने मिलकर तैयार किया है।

बता दें, इसी सिलेबस के आधार पर इंजीनियरिंग, कंप्यूटर साइंस और मैनेजमेंट के विषयों की पढ़ाई होगी। यह सिलेबस सामान्य यूनिवर्सिटी से बिल्कुल अगल है। यहां एडमिशन के पहले साल से फाइनल ईयर तक विद्यार्थियों के पास गूगल, फेसबुक और माइक्रोसॉफ्ट जैसी कंपनियों के स्किल सर्टिफिकेट होंगे। पढ़ाई का हर एक पड़ाव पूरा करने के बाद खुद गूगल, माइक्रोसॉफ्ट और आईबीएम जैसी कंपनियां विद्यार्थियों को प्रमाणित करके सर्टिफिकेट देगी। किसी भी इंडस्ट्री में नौकरी के दौरान यह सर्टिफिकेट रूंगटा यूनिवर्सिटी के विद्यार्थियों को भीड़ से अलग एक्स्ट्रा ऑडिनरी दिखाएंगे। कोर्स पूरा करने के बाद विद्यार्थियों को जो डिग्री मिलेगी उसमें भी इन नामी कंपनियों से सर्टिफाइड होने का जिक्र होगा।

कैम्ब्रेज यूनिवसिज़्टी से इंग्लिश का अपस्किल सर्टिफिकेट
इंग्लिश ग्लोबल लैंग्वेज है, जिसमें रूंगटा यूनिवर्सिटी के विद्यार्थी माहिर होंगे। हर एक छात्र फर्राटेदार इंग्लिश बोले, इसके लिए अमरीका की कैम्ब्रेज यूनिवर्सिटी से अनुबंध किया गया है। इस अनुबंध के तहत कैम्ब्रेज की फैकल्टी रूंगटा यूनिवर्सिटी के विद्यार्थियों को इंग्लिश का बी-1 अपस्किल सर्टिफिकेट कराएगी। हर नामी कंपनी अपनी हायरिंग के दौरान कैम्ब्रेज के इस सर्टिफिकेट को विशेष तरजीह देती है।

हार्वर्ड बिजनेस स्कूल की फैकल्टी पढ़ाएगी बीबीए, एमबीए
मैनेजमेंट की पढ़ाई के लिए दुनिया का सबसे नामी संस्थान अमरीका का हार्वर्ड बिजनेस स्कूल है। खुशी की बात यह है कि, रूंगटा यूनिवर्सिटी ने हार्वर्ड से विशेष करार किया है। इसके तहत रूंगटा यूनिवर्सिटी के बीबीए और एमबीए विद्यार्थियों को पढ़ाई पूरी करने के दौरान ही हार्वर्ड बिजनेस स्कूल से ट्रेनिंग का सर्टिफिकेट भी मिल जाएगा। वर्तमान में हार्वर्ड बिजनेस स्कूल से यह कोर्स करने के लिए करीब तीन लाख रुपए खर्च होते हैं, मगर रूंगटा यूनिवर्सिटी के बीबीए और एमबीए छात्रों को इसके लिए अगले से कोई फीस नहीं चुकानी होगी। उनकी नॉमिनल फीस में ही यह कोर्स हो जाएगा।

गूगल और आईबीएम की फैकल्टी पढ़ाएगी कंप्यूटर साइंस
रूंगटा यूनिवर्सिटी में इंजीनियरिंग के परंपरागत कोर्स से हटकर ऐसे कोर्स शुरू किए गए हैं, जो युवाओं को इंडस्ट्री रेडी बनाएंगे। खासकर कंप्यूटर साइंस में बीटेक सीएस, आईटी और एमसीए की पढ़ाई गूगल इंडिया और आईबीएम के ज्वाइंट वेंचर में होगी। गूगल और आईबीएम की फैकल्टी ऑनलाइन और ऑफलाइन मोड में विद्यार्थियों की कक्षाएं लेंगे। आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, मशीन लर्निंग, डाटा साइंस, साइबर सिक्योरिटी की नई टेक्नोलॉजी से रूबरू कराने माइक्रोसॉफ्ट और मैटा भी साथ होंगे।

रूंगटा यूनिवर्सिटी में अपने कोर्स का संचालन करने से पहले ही गूगल और माइक्रोसॉफ्ट ने वल्र्ड क्लास टेक्नोलॉजी से लैस कंप्यूटर लैब स्थापित कर लिया है। इसी गूगल और माइक्रोसॉफ्ट लैब में विद्यार्थियों की क्लास लगेगी। इस कंप्यूटर लैब की मशीनरी और सॉफ्टवेयर की टेस्टिंग खुद गूगल और माइक्रोसॉफ्ट की टीम ने भिलाई आकर की है।

रूंगटा यूनिवर्सिटी में बीएससी के छात्रों को फॉरेंसिक साइंस में ग्रेजुएशन करने का मौका मिलेगा। पीसीएम, फिजिक्स, गणित और कैमिस्ट्री के कोर्स भी होंगे। फॉरेंसिंक साइंस अभी सिर्फ मेडिकल कॉलेज के कोर्स के रूप में पहचाना जाता था, लेकिन अब सामान्य बीएससी के विद्यार्थी भी इसमें माहिर होंगे। पुलिस जैसी एजेंसियों के फॉरेंसिक एक्सपट्र्स विद्यार्थियों को सिखाएंगे। फॉरेंसिक साइंस सदाबहार फील्ड है, जिसमें कॅरियर की अपार संभावनाएं हैं।

कैसे होंगे दाखिले
रूंगटा इंटरनेशनल यूनिवर्सिटी में एडमिशन सीधे संस्थान पहुंचकर मिल जाएगा। इसके अलावा राज्य तकनीकी शिक्षा संचालनालय की काउंसलिंग में शामिल होकर भी यहां एडमिशन की प्रक्रिया पूरी की जा सकती है।

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