आबकारी विभाग की बड़ी कार्रवाई, अवैध शराब के जखीरा पकड़ाया, प्रॉपर्टी डीलर गिरफ्तार

download (1)

रायपुर। राजधानी रायपुर में आबकारी विभाग ने एक बार फिर अवैध शराब तस्करों पर करारा प्रहार करते हुए बड़ी कार्यवाही को अंजाम दिया है। यह कार्यवाही आबकारी आयुक्त सह प्रबंध संचालक (CSMCL) श्याम धावडे और कलेक्टर रायपुर गौरव सिंह के निर्देशानुसार जिला आबकारी विभाग द्वारा की गई। इस मामले में प्रापर्टी डीलर को गिरफ्तार कर उसके पास से शराब का जखीरा बरामद किया है।

दरअसल 3 जून को मुखबिर की सूचना के आधार पर रामसागर पारा क्षेत्र के रामजी हलवाई मार्ग स्थित आदेश्वर कॉम्प्लेक्स के पीछे आयल मिल रोड पर बने एक व्यावसायिक परिसर में आबकारी विभाग के संयुक्त अमले ने छापा मारा। छापेमारी के दौरान वहां से भारी मात्रा में अवैध रूप से संग्रहित विदेशी शराब जब्त की गई, जो मध्यप्रदेश से तस्करी कर लाया गया था। प्रॉपर्टी डीलर की आड़ में शराब तस्करी मौके पर अनिल जैन नामक व्यक्ति को गिरफ्तार किया गया, जो पेशे से प्रॉपर्टी डीलर है, लेकिन जांच में सामने आया कि वह इस पेशे की आड़ में अवैध शराब तस्करी में भी संलिप्त था।

आरोपी के कब्जे से मध्यप्रदेश ब्रांड की निम्नलिखित मदिरा जब्त की गई: ब्लेंडर प्राइड अल्ट्रा व्हिस्की – 21 बोतलें रॉयल चैलेंज व्हिस्की – 27 बोतलें रॉयल स्टैग व्हिस्की – 22 बोतलें मैकडॉवेल नंबर वन व्हिस्की – 09 बोतलें कुल मिलाकर 79 बोतलें, जिसकी अनुमानित मात्रा 59.25 बल्क लीटर और बाजार मूल्य लगभग 75,060 आँका गया है, जब्त की गई। मौके से अन्य सामग्री भी बरामद आरोपी के किराए के कमरे से ट्रैवल बैग, मदिरा की खाली पेटियां, और दर्जनों खाली बोतलें भी बरामद की गई हैं, जिससे यह संदेह और पुख्ता होता है कि वहां लंबे समय से अवैध शराब का व्यापार चल रहा था। आरोपी के मोबाइल फोन को जप्त कर लिया गया है और नौकरों से पूछताछ की जा रही है, ताकि इस नेटवर्क से जुड़े अन्य संदिग्धों की पहचान की जा सके।

विधिक कार्यवाही प्रारंभ प्राप्त साक्ष्यों के आधार पर आरोपी अनिल जैन के विरुद्ध छत्तीसगढ़ आबकारी अधिनियम की धारा 34(2), 36, 59(क) के तहत आबकारी उपनिरीक्षक विक्रम ठाकुर द्वारा प्रकरण पंजीबद्ध कर जांच प्रारंभ की गई है। वर्तमान में यह मामला गंभीर आर्थिक अपराध की श्रेणी में आ सकता है, क्योंकि मध्यप्रदेश से अवैध मदिरा का इस प्रकार तस्करी कर छत्तीसगढ़ में बेचने का प्रयास केवल कर चोरी ही नहीं, बल्कि सार्वजनिक स्वास्थ्य और कानून व्यवस्था के लिए भी बड़ा खतरा बन सकता है।

टीम का शानदार समन्वय इस महत्वपूर्ण कार्यवाही में सहायक जिला आबकारी अधिकारी टेक बहादुर कुर्रे, आबकारी उपनिरीक्षक आशीष सिंग, कौशल सोनी, नीलम स्वर्णकार, और प्रकाश देशमुख की उल्लेखनीय भूमिका रही। टीम द्वारा सटीक योजना और रणनीति के साथ छापेमारी कर इस संगठित अपराध पर अंकुश लगाने का प्रयास किया गया। अब यह जांच का विषय है कि अनिल जैन के इस अवैध कारोबार में और कौन-कौन लोग जुड़े हुए हैं। आबकारी विभाग द्वारा आरोपी के मोबाइल की कॉल डिटेल्स और डिजिटल लेन-देन की भी जांच की जा रही है। विभाग का कहना है कि इस मामले में शामिल सभी दोषियों को जल्द ही न्यायिक प्रक्रिया के तहत लाया जाएगा।