फर्जी प्रमाण पत्र के आधार पर BSF में नौकरी लगवाने वाले गिरोह का भंडाफोड़, दो आरोपी गिरफ्तार


मुंगेली। फर्जी प्रमाण पत्र के आधार पर बीएसएफ में नियुक्ति दिलवाने वाले गिरोह का पुलिस ने भंडाफोड़ किया है। गिरोह का भांडा तब फूटा जब फर्जी प्रमाण पत्रों के आधार पर एसपी कार्यालय में चरित्र सत्यापन के लिए आवेदन जमा किया। पुलिस ने गिरोह के दो सदस्यों को गिरफ्तार किया है। मामला लालपुर थाना क्षेत्र का है।

6 जून को योगेन्द्र कुमार पिता प्रेमशंकर बघेल एवं प्रशांत राजपूत पिता मानसिंह दोनो अपने आपको ग्राम कंतेली का निवासी होना बताते हुये विशाल पिता यशपाल सिंह के चरित्र सत्यापन के संबंध में जानकारी प्राप्त करने पुलिस कार्यालय मुंगेली आया था । उक्त दोनों व्यक्ति एवं उनके द्वारा चाही गयी चरित्र सत्यापन के संबंध में संदिग्ध प्रतीत होने पर पुलिस अधीक्षक भोजराम पटेल को जानकारी दी गई। पुलिस अधीक्षक मुंगेली ने उप पुलिस अधीक्षक नवनीत पाटिल के नेतृत्व में साइबर सेल मुंगेली एवं थाना लालपुर पुलिस की विशेष टीम गठित कर सूक्ष्मता से जांच करने का आदेश दिये। पुलिस टीम ग्राम कंतेली पहुंचकर सरपंच प्रतिनिधि, कोटवार एवं गणमान्य लोंगो से जांच पूछताछ किया. विशाल पिता यशपाल सिंह नामक का कोई व्यक्ति गांव में नहीं रहने की जानकारी दी|
योगेन्द्र कुमार एवं प्रशांत राजपूत से जेबी पुलिस ने पूछताछ की. योगेन्द्र कुमार पिता प्रेमशंकर बघेल उम्र 29 वर्ष निवासी अंडला थाना खैर, जिला अलीगढ़ (उत्तर प्रदेश) व प्रशांत राजपूत पिता मानसिंह राजपूत उम्र 30 वर्ष साकिन डौकी थाना डौकी, जिला आगरा (उत्तरप्रदेश) का होना बताया। आरोपियों ने बताया कि जून को उत्तर प्रदेश से आकर बिलासपुर स्थित होटल अम्बे पैलेस में रूक, जिन्होंने विशाल पिता यशपाल सिंह को फतेहाबाद उत्तर प्रदेश का रहने वाला बताया और कूटकरण कर फर्जी तरीके से दस्तावेज ग्राम कंतेली जिला मुंगेली छ.ग. का फर्जी मूल निवास प्रमाण प्रत्र बनवाकर 171-बी.एन. बीएसएफ में सरकारी नौकरी में नियुक्ति दिलाया है। पुलिस द्वारा तलाशी लेने पर निवास प्रमाण पत्र, नोटरी का कोरा प्रमाण पत्र, दाखिल खारिज, सील, कुटरचित प्रमाण पत्र एवं 03 नग मोबाईल को जप्त किया है। आरोपियों के खिलाफ 318(4), 338, 336(3), 340(2), 3(5) बीएनएस पंजीबद्ध कर ज्यूडिशियल रिमाण्ड पर जेल भेज दिया है।
पूर्व में भी गैंग के सक्रिय होने की मिली थी सूचना–
केन्द्रीय बलों में कुछ व्यक्तियो के द्वारा फर्जी प्रमाण पत्र के आधार पर नियुक्ति की जानकारी मिली थी। एसआरई जिले के निवासी होने से केन्द्रीय बलो में भर्ती के दौरान 05 अंक का लाभ प्राप्त होता है, 05 अंक अतिरिक्त प्राप्त करने के उद्देश्य से छत्तीसगढ़ के कुछ एसआरई जिले में दुसरे प्रांतो से राजस्थान,मध्यप्रदेश,उत्तरप्रदेश के उम्मीदवारों के द्वारा एजेंटों के माध्यम से निवास प्रमाण पत्र बनाने का रैकेट चला रहा हैं। पूर्व में भी इस प्रकार की सूचना प्राप्त हुई थी,जिसकी पुष्टि नहीं हो पाई थी ।