बारिश के पहले ही बहने लगे नाले, गंदगी का वीडियो वायरल, हाईकोर्ट ने लगाई फटकार

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बिलासपुर। मानसून की दस्तक के पहले ही शहर की सफाई व्यवस्था की पोल खुलने लगी है। दो दिनो पहले हुई बारिश ने नगर निगम की सफाई की पोल खोल कर रख दी है। शहर के कई इलाकों में सड़कों पर पानी भरा है और नालियों तथा नालों का पानी शहर की सड़कों में बह रहा है। यह स्थिति तब है जब नगर निगम एक मई से तीस जून तक विशेष नाली सफाई अभियान चला रहा है। बारिश होते ही नालियों का पानी सड़कों पर बहने से आम लोगों को परेशानी हो रही है। जिस पर हाई कोर्ट ने संज्ञान लिया है। चीफ जस्टिस रमेश सिन्हा और जस्टिस बीडी गुरु की डिवीजन बेंच ने नगरीय प्रशासन विभाग के सचिव को शपथ पत्र के साथ जवाब देने को कहा है।

नौतपा में कई दिनों तक शाम को बारिश हुई। जिसके बाद निगम ने सफाई अभियान शुरू किया। इस अभियान के तहत नगर निगम में 18 मशीनों को तैनात किया है। इसमें 8 जेसीबी,8 मिनी पोकलेन और 2 बड़े पोकलेन मशीनें शामिल है। इसके अलावा 80 अतिरिक्त सफाई कर्मियों को भी शहर में लगाया गया है। पर आंकड़ों और धरातल की सच्चाई पर बड़ा फर्क नजर आ रहा है। अभियान शुरू हुए 47 दिन बीत चुके हैं फिर भी आधे से ज्यादा नालों की सफाई अधूरी है। पिछले दो दिनों में हुई बारिश में ही शहर के नाले नालियां ओवर फ्लो हो गए है और इनका पानी सड़कों पर बह रहा है।

नालों और नालियों का पानी सड़कों में बहने पर अब यह सोशल मीडिया में भी तैर रहा है। शहर के कई युवा इंस्टाग्राम और फेसबुक पर बिलासपुर का वाटर पार्क नाम से वीडियो और रील्स से बना रहे हैं। लोग सड़कों पर भरे पानी में वाहन गुजरते हुए वीडियो बनाकर निगम की व्यवस्था पर तंज कस रहे हैं। कमेंट भी कर रहे हैं कि यह हाल कभी नहीं सुधरेगा।

बारिश के दौरान विद्यानगर, श्रीकांत वर्मा मार्ग,सरकंडा, राजेंद्र नगर, पुराना बस स्टैंड, शिव टॉकीज चौक, सहित दर्जनों इलाके में जलभराव की स्थिति उत्पन्न हो जाती है। कॉलोनियों और मोहल्ले में तो घर के सामने की सड़कों पर तालाब जैसी स्थिति बन जाती है। सरकंडा में चौबे कॉलोनी और शिवम सिटी बारिश ज्यादा होने पर पानी से लबालब हो जाते हैं और लोगों के घर में पानी भर जाता है|

पिछले दो दिनों से कुछ देर बारिश हो रही है। नाले- नालियों की सफाई करवाने का दावा करने के बाद शहर के गोल बाजार, पुराने बस स्टैंड चौक, सिटी कोतवाली के सामने समेत कई जगहों पर नाले का गंदा पानी सड़क पर बह रहा है। इस वजह से आम लोगों को खासी परेशानी उठानी पड़ रही है। बारिश के मौसम में इससे कोविड सहित अन्य बीमारियों का खतरा भी बढ़ गया है। इस मामले में खबरें भी प्रकाशित हुई हैं। मामले को गंभीरता से लेते हुए हाईकोर्ट ने नगरीय प्रशासन विभाग के सचिव को निर्देश दिया कि वे अब तक किए गए कार्यों की जानकारी दें।

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