अलविदा रघुवंश बाबू, आरजेडी के आंगन में गिर गया समाजवाद का आखिरी बरगद
पूर्व केंद्रीय मंत्री रघुवंश प्रसाद सिंह का दिल्ली एम्स में आज निधन हो गया. तबीयत खराब होने के बाद उन्हें एम्स में भर्ती कराया गया था. रघुवंश प्रसाद सिंह एम्स के आइसीयू वार्ड में भर्ती थे. दो दिन पहले उनकी हालत बिगड़ गई थी. बताया जा रहा है कि सांस लेने में परेशानी होने के बाद उन्हें वेंटिलेटर पर रखा गया था.
पूर्व केंद्रीय मंत्री रघुवंश प्रसाद सिंह का दिल्ली के अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान में निधन हो गया. वह वेंटिलेटर पर थे. उनके निधन से सियासी गलियारे में शोक की लहर है. इसके पहले, आइसीयू से ही उन्होंने राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) से इस्तीफा देने का अपना पत्र जारी किया था.
रघुवंश प्रसाद सिंह ने निधन पर आरजेडी प्रमुख लालू प्रसाद यादव ने गहरा दुख जताया है. लालू प्रसाद यादव ने ट्वीट किया, ‘प्रिय रघुवंश बाबू! ये आपने क्या किया? मैनें परसों ही आपसे कहा था आप कहीं नहीं जा रहे है. लेकिन आप इतनी दूर चले गए. नि:शब्द हूं. दुःखी हूं. बहुत याद आएंगे.’
प्रिय रघुवंश बाबू! ये आपने क्या किया?
मैनें परसों ही आपसे कहा था आप कहीं नहीं जा रहे है। लेकिन आप इतनी दूर चले गए।
नि:शब्द हूँ। दुःखी हूँ। बहुत याद आएँगे।
बता दें कि रघुवंश प्रसाद सिंह के इस्तीफा देने से बिहार में विधानसभा चुनाव से ठीक पहले आरजेडी को झटका लगा था. रघुवंश प्रसाद सिंह पिछले 32 वर्षों से लालू प्रसाद यादव के साथ जुड़े हुए थे. उन्होंने दिल्ली एम्स के आईसीयू से अपना इस्तीफा रांची रिम्स में अपना इलाज करा रहे लालू प्रसाद यादव को भेजा था.
कहा जाता है कि रघुवंश प्रसाद सिंह आरजेडी में एक ऐसे नेता थे जो पार्टी अगर गलत ट्रैक पर जा रही होती तो उसे रोकने में पल भर की देरी नहीं करते थे. वैसे तो राष्ट्रीय जनता दल के अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव के सामने किसी की मुंह खोलने की हिम्मत नहीं होती थी, लेकिन रघुवंश प्रसाद सिंह इन सब से अलग थे और लालू प्रसाद यादव भी उनकी बातों को मानते थे.
एम्स से रघुवंश प्रसाद सिंह ने रांची के रिम्स में भर्ती आरजेडी अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव को भेजे अपने इस्तीफे में लिखा था, ‘जन नायक कर्पूरी ठाकुर के निधन के बाद 32 वर्षों तक आपके पीछे खड़ा रहा लेकिन अब नहीं…. पार्टी, नेता, कार्यकर्ता और आम जनता ने बड़ा स्नेह दिया, मुझे क्षमा करें.’,