चेन्नई सुपर किंग्स की हार के बाद सहवाग ने टीम को जमकर लताड़ा, कहा- कुछ बल्लेबाजों ने सरकारी नौकरी समझ ली है

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नई दिल्ली ( एजेंसी)। चेन्नई सुपर किंग्स (सीएसके) ने 7 अक्टूबर को कोलकाता नाइट राइडर्स (केकेआर) को मानो जीत गिफ्ट कर दी थी। 167 रनों से स्कोर के जवाब में सीएसके ने 10 ओवर तक एक विकेट पर 90 रन बना लिए थे और ऐसा लग रहा था कि टीम आसानी से लगातार दूसरी जीत दर्ज कर लेगी, लेकिन इसके बाद केकेआर के स्पिनरों ने मिलकर मैच का पासा ही पलट दिया था। सीएसके की इस हार के बाद पूर्व क्रिकेटर वीरेंद्र सहवाग ने टीम को जमकर लताड़ा है। वीरू ने कहा कि कुछ सीएसके बल्लेबाजों ने सीएसके को सरकारी नौकरी की तरह समझ लिया है कि कुछ करो या ना करो, सैलरी तो मिलेगी।
इस सीजन में सीएसके ने अभी तक छह मैच खेले हैं, जिसमें से चार में टीम को हार का सामना करना पड़ा। सीएसके ने 2018 में खिताब अपने नाम किया था और इसके बाद 2019 में फाइनल तक पहुंचा था। केकेआर ने सीएसके के सामने जीत के लिए 168 रनों का लक्ष्य रखा था। जवाब में सीएसके की टीम 20 ओवर में पांच विकेट पर 167 रन ही बना सकी। इस मैच में केदार जाधव को बैटिंग ऑर्डर में रविंद्र जडेजा और ड्वेन ब्रावो से पहले भेजा गया था। जाधव 12 गेंद पर 7 रन बनाकर नॉटआउट लौटे थे। कप्तान धोनी खुद 12 गेंद पर 11 रन बनाकर आउट हुए थे। इस मैच के बाद धोनी की कप्तानी पर भी सवाल खड़े होने लगे हैं।
सहवाग ने क्रिकबज पर कहा, ‘इस लक्ष्य को हासिल कर लिया जाना चाहिए था, लेकिन केदार जाधव और रविंद्र जडेजा ने जो डॉट गेंद खेलीं, वो अच्छा नहीं रहा। मेरे हिसाब से कुछ बल्लेबाजों ने सीएसके को सरकारी नौकरी की तरह समझ लिया है, आप कुछ करो या ना करो, आपको आपकी सैलरी मिलेगी ही। अपने शो ‘वीरू की बैठक’ में भी सहवाग ने जाधव को लताड़ा था और उन्हें बस सजावट का सामान कहा था। इसके अलावा सहवाग ने जाधव पर तंज करते हुए कहा कि केकेआर की ओर से असली मैन ऑफ द मैच अवॉर्ड तो उन्हें ही मिलना चाहिए था।

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