देश में छत्तीसगढ़ समेत कई राज्यों में कोरोना के मामलों में हुई गिरावट, क्या टल रहा है संक्रमण का खतरा

नई दिल्ली। भारत में कोरोना वायरस के मामले में पिछले 30 दिनों में वृद्धि देखी गई। लेकिन अब संक्रमण की रफ्तार में कमी देखी जा रही है। इस महीने संक्रमण की रफ्तार गिरकर 92 फीसदी हो गई है, जो 18 सितंबर तक 42 फीसदी थी। इस तरह एक महीने के भीतर संक्रमण की रफ्तार में 50 फीसदी की गिरावट हुई है।

यह गिरावट देश के सबसे ज्यादा कोरोना प्रभावित क्षेत्रों के साथ-साथ कुछ राज्यों में भी देखी गई है। छत्तीसगढ़ में इस दौरान सबसे ज्यादा गिरावट दर्ज की गई है, जहां ‘प्रतिशत प्वाइंट’ (पीपी) में 291 की गिरावट हुई है।
‘प्रतिशत प्वाइंट’ (पीपी) से अभिप्राय एक निश्चित अवधि में कोरोना के कम हुए मामलों के प्रतिशत से हैं। 18 अगस्त से 18 अक्तूबर की अवधि के बीच के आंकड़ों को मापा गया है। पिछले महीने छत्तीसगढ़ में कोरोना के मामलों में 97 फीसदी की वृद्धि देखी गई। जबकि 18 अगस्त से 18 सितंबर के बीच छत्तीसगढ़ में कोविड-19 के मामलों में 388 फीसदी की वृद्धि हुई।

देश के अन्य राज्य जहां कोरोना के मामलों में गिरावट देखी गई, उसमें पंजाब (132 पीपी की गिरावट), ओडिशा (109 पीपी की गिरावट), उत्तर प्रदेश (78 पीपी की गिरावट) और हरियाणा (76 पीपी की गिरावट) शामिल हैं। कोरोना से चार सबसे ज्यादा प्रभावित राज्यों में आंध्र प्रदेश ऐसा राज्य है, जहां 70 पीपी की गिरावट देखी गई है।

आंध्र प्रदेश के बाद कर्नाटक (56 पीपी की गिरावट) और महाराष्ट्र (53 पीपी की गिरावट) में कोरोना मामलों में गिरावट देखी गई है। वहीं, तमिलनाडु में कोरोना मामलों में 22 पीपी की गिरावट दर्ज की गई है। दूसरी तरफ, केरल एक ऐसा राज्य रहा, जहां इस अवधि में कोरोना के मामलों में बढ़ोतरी दर्ज की गई।

दिल्ली में कोरोना वायरस के मामलों में बेहद ही कम गिरावट दर्ज की गई है। राजधानी दिल्ली में दो महीने की इस अवधि में 16 पीपी की गिरावट दर्ज की गई है। ऐसा ही हाल, राजस्थान (18 पीपी की गिरावट) और बिहार (27 पीपी की गिरावट) का रहा।

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