चार महीने से घर के सामने खड़ी कार में मिला 20 किलो गांजा, ब्राउन शुगर और कट्टा, एक आरोपी गिरफ्तार

 दुर्ग:  चार महीने से खड़ी कार में बीस किलो गांजा, छह सौ ग्राम ब्राउन शुगर और देशी कट्टा मिलने से हड़कंप मच गया है। कैंप-1 वार्ड-20 शांतिपारा में एक खड़ी कार में पुलिस ने कारतूस भी जब्त किया है। पुलिस ने प्रशांत मिश्रा को गिरफ्तार उसके खिलाफ धारा 20(बी), 21 नारकोटिक एक्ट और 25, 27 आम्र्स एक्ट के तहत प्रकरण दर्ज किया है। गाड़ी प्रशांत के भाई की है। पुलिस ने उसके खिलाफ कार्रवाई नहीं की। छावनी सीएसपी विश्वास चंद्राकर ने बताया कि सूचना मिली कि कार सीजी 04 बी 2018 में गांजा और देशी कट्टा रखा हुआ है। पेट्रोलिंग टीम को प्रशांत मिश्रा के मकान के सामने खड़ी कार मिली। पूछताछ में प्रशांत ने खुद को कार मालिक होना बताया। कार को चेक किया तो डिक्की में गांजा मिला। ड्राइवर सीट के नीचे 54 पुडिय़ा ब्राउन शुगर मिला। कार की डेसबोर्ड में एक देशी कट्टा और एक 315 बोर की जिंदा कारतूस मिला। इसके बाद प्रशांत के घर की तलाशी ली गई। जहां एक थैले में 5 किलो गांजा मिला। आरोपी प्रशांत कुमार के खिलाफ कार्रवाई की गई।
चार थाना के पुलिस पेट्रोलिंग को मिली थी सूचना
टीआई गोपाल वैश्य ने बताया कि सूचना सुपेला पेट्रोलिंग को मिली। उन्होंने जानकारी दी कि प्रशांत मिश्रा की कार और घर पर गांजा रखा है। इधर गश्त कर रही वैशाली नगर पेट्रोलिंग टीम भी पहुंच गई। छावनी पेट्रोलिंग टीम भी मौके पर पहुंची। दरवाजा खटखटाकर प्रशांत को उठाया गया। उसकी कार को चेक करने पर गांजा, ब्राउन शुगर और एक कट्टा और कारतूस जब्त किया।
प्रशांत ने कहा मेरे खिलाफ साजिश
पड़ोसियों ने बताया कि रात 2 बजे कुत्ते भौंक रहे थे। बाहर निकल कर देखा तो कार के पास कोई नजर नहीं आया। इसके बाद सोने चले गए। सुबह पुलिस की गाडिय़ां नजर आने लगे। प्रशांत ने सफार्ई देते हुए बताया कि गाड़ी चार माह से खड़ी है। उसके भाई की है। वह घर में सोया हुआ था। सुपेला पुलिस पहुंची और दरवाजा को खटखटाया, निकला तो पुलिस ने कहा कि कार चेक करनी है। मैं चाबी लेकर पहुंचा। तब तक एक सिपाही ने कार की डिक्की खोल लिया था। उसमें एक बोरी रखी थी। पुलिस ने बताया कि इसमें गांजा रखा हुआ है। छावनी पुलिस के दो जवान को कार के पास तैनात कर दिया गया। पुलिस बुलाकर थाना ले गई। यह हमारे साथ सिर्फ साजिश की गई है। विश्वास चंद्राकर सीएसपी छावनी ने बताया कि मामले में कोई संदेह नहीं है। फोरेंसिंक एक्सपर्ट और तफ्तीश के बाद मामले में जुर्म दर्ज किया गया है।