दुर्ग निगम की सामान्य सभा में मार्शल बुलाने के लिए लिखे गए पत्र को लेकर पार्षदों ने किया हंगामा

दुर्ग: कोरोना संक्रमण के कारण 10 माह बाद हुई नगर निगम दुर्ग की सामान्य सभा हंगामे की भेंट चढ़ गई। सोमवार को सामान्य सभा में मार्शल बुलाने के लिए लिखे गए पत्र को लेकर पार्षदों ने हंगामा कर दिया। विपक्ष द्वारा इसे सदन का अपमान करार देते हुए आयुक्त से माफी मंगवाने की मांग की। इस पर सभापति और सत्ता पक्ष सहमत नहीं हुए। जिसके बाद दोनों पक्ष आमने सामने हो गए। हंगामे के बीच सदस्यों ने एक दूसरे पर जमकर आरोप लगाया। करीब पौन घंटे तक हंगामा चलता रहा। एक बार 10 मिनट के लिए सभा स्थगित भी करनी पड़ी। करीब पौन घंटे बाद प्रश्नकाल शुरू हुआ, लेकिन प्रश्नों के बीच भी पार्षदों का शोर-शराब जारी है।
सात एजेंडों पर होनी है चर्चा
लंबे अंतराल और इस बीच कई मामलों पर पक्ष और विपक्ष के बीच लगातार घमासान के कारण यह बैठक भी बेहद हंगामेदार होने के पहले से आसार थे। प्रश्नकाल के लिए 47 सवाल के साथ विपक्ष ने कोरोना काल में राशन वितरण, कुत्तों के बधियाकरण में कथित घालमेल सहित सड़क, बिजली और पानी आदि मुद्दों पर सत्तापक्ष को घेरने की रणनीति बनाई है। वहीं सत्तापक्ष ने भी विपक्ष के हमलों पर करारा जवाब देने अपने मंत्रियों को ट्रेनिंग दी है। बैठक में बजट के साथ कुल सात एजेंडों पर चर्चा होगी।
दी गई है पार्षदों को ट्रेनिंग
दुर्ग निगम की सामान्य सभा की बैठक दोपहर 12 बजे से आदित्य नगर के कुशाभाऊ ठाकरे भवन में शुरू हुई। यह मौजूदा परिषद की पहली सामान्य सभा है। शहर सरकार के चुनाव के तत्काल बाद कोरोना संक्रमण के कारण पिछले 10 माह से कोई भी सामान्य सभा नहीं हुई है। इसके कारण मौजूदा वित्तीय वर्ष की बजट को भी स्वीकृति नहीं मिल पाई है। ऐसे में बैठक में बजट के साथ विपक्षी पार्षदों द्वारा कई महत्वपूर्ण सवाल उठाए गए हैं। विपक्षी भाजपा पार्षदों ने तीन चरणों में बैठक कर सामान्य सभा की तैयारी की थी। सांसद सरोज पांडेय के साथ जिला भाजपा अध्यक्ष, पूर्व महापौर और पूर्व लोककर्म प्रभारी पार्षदों को टिप्स दिए हैं। शनिवार को भी भाजपा पार्षदों ने बैठक की तैयारी की। वहीं कांग्रेस नेताओं ने भी शहर सरकार के मंत्रियों को ट्रेनिंग देकर बैठक के लिए तैयार किया है।