कोरोना टीके को लेकर अब किन-किन तैयारियों में जुटा है भारत, स्वास्थ्य मंत्री ने दी पूरी जानकारी
नई दिल्ली (एजेंसी)। भारत में कोरोना वायरस की वैक्सीन को लेकर अभी से ही तैयारियां तेज हैं। स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन ने बुधवार को कहा कि सरकार नई दिल्लीकोविड-19 टीके के उत्पादन और वितरण के लिए मजबूत पारिस्थितिकी तंत्र स्थापित कर रही है, ताकि मांग को पूरा किया जा सके। स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री हर्षवर्धन ने यह भी कहा कि जब दुनिया कोविड-19 का टीका विकसित करने के प्रयासों में लगी है, तब भारत टीका विकसित करने और बड़े स्तर पर इसके निर्माण में आत्मनिर्भर बनने की कोशिश कर रहा है। हर्षवर्धन ने विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग के सहयोग से फिक्की द्वारा आयोजित डिजिटल ‘वैश्विक आरएंडडी सम्मेलन 2020 ‘ को संबोधित करते हुए कहा, ‘दुनिया का औषधालय कहे जाने वाले भारत में कोविड-19 टीके बनाने की सर्वाधिक क्षमता है।’ उन्होंने कहा, ‘हमने अब टीका उत्पादन एवं वितरण पारिस्थितिकी तंत्र को मजबूत करने की दिशा में कदम उठाने शुरू कर दिए हैं, ताकि आगामी दिनों में हमारी मांग को पूरा किया जा सके।’
इससे पहले कोरोना वायरस का विकराल रुप धारण कर चुकी दिल्ली पर केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉक्टर हर्षवर्धन ने कहा था कि राज्य सरकार के साथ लोगों की भी जिम्मेदारी है कि वह कोरोना को नियंत्रित करने में सहयोग करे और कुछ पढ़े-लिखे लोगों की लापरवाही के कारण पूरे दिल्लीवासियों को इसका खामियाजा भुगतना पड़ रहा है। दिल्ली में कोरोना वायरस का प्रकोप इतना भयावह है कि पिछले छह दिनों में यह 678 मरीजों की जान ले चुका है।
देश में कोरोना की स्थिति
भारत में एक दिन में कोरोना वायरस संक्रमण के 44,376 नए मामले सामने आए जिसके बाद कुल मामले बढ़कर 92 लाख के पार पहुंच गए। इसके साथ ही ठीक होने वाले मरीजों की संख्या बढ़कर 86.42 हो गई। स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से सुबह आठ बजे उपलब्ध कराए गए आंकड़ों के अनुसार देश में संक्रमण के कुल मामले बढ़कर 92,22,216 हो गए। आंकड़ों के अनुसार कोविड-19 से 481 और मरीजों की मौत हो गई जिसके बाद मृतकों की संख्या 1,34,699 पर पहुंच गई। वर्तमान में देश में कोविड-19 के 4,44,746 मरीज उपचाराधीन हैं।
ठीक होने वाले लोगों की संख्या बढ़कर 86,42,771 हो गई जिससे राष्ट्रीय स्तर पर ठीक होने की दर 93.72 प्रतिशत हो गई। कोविड-19 से मरने वालों की दर 1.46 प्रतिशत है। भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद के अनुसार 24 नवंबर तक 13.48 करोड़ से अधिक नमूनों की कोविड-19 की जांच की गई।