जंगली हाथियों के झुंड द्वारा कुचले जाने से नाबालिक की मौत

बालोद।  बुधवार देर रात जंगली हाथियों के झुंड द्वारा कुचले जाने से 17 साल के लड़के की मौत हो गई। बताया जा रहा है कि अंधेरे में गिरे टॉर्च को खोजने के दौरान नाबालिग हाथियों के झुंड की चपेट में आ गया। इसके बाद हाथियों ने उसे कुचल डाला और सूंड में लपेटकर पटका दिया जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई। उधर, घटना के बाद ग्रामीणों में वन विभाग के अफसरों के खिलाफ आक्रोश है।

जिले के डौंडी क्षेत्र के लिमउडीह गांव में रहने वाले मिलाप कुरेटी ने बताया कि रात के वक्त यहां जंगली हाथियों के झुंड के आने की खबर फैली। ग्रामीण हाथियों को खदेड़ने के लिए शोर मचाने लगे। ग्रामीणों में 17 साल का डोमेंद्र धुर्वे भी शामिल था। हाथियों को भगाते वक्त डोंमेंद्र के हाथ से टॉर्च गिर गई। वो अंधेरे में अपनी टॉर्च खोजते हुए हाथियों के करीब चला गया। इसी दौरान एक हाथी ने उसे सूंड से पकड़कर पटक दिया और फिर उसे कुचल दिया। इस दौरान डोंमेंद्र बुरी तरह से घायल हो गया। काफी खून बह जाने की वजह मौके पर ही उसकी मौत हो गई।
हादसे के बाद ग्रामीणों का गुस्सा वन विभाग के अफसरों पर फूटा है। लोगों ने बताया कि इलाके में दो महीनों से उनके गांव के आसपास 8 से 15 हाथियों का झुंड सक्रिय है। इस बारे में वन विभाग को सूचना दी गई लेकिन विभाग की ओर से उन्हें कोई मदद नहीं मिली।

उधर, ग्रामीणों के आरोप के बाद वन विभाग की टीम व्यवस्था को दुरुस्त करने में जुटी है। विभाग की ओर से आर्थिक मदद के रूप में मृतक के परिजनों को 25 हजार रुपए दिए गए हैं। अधिकारियों का कहना है कि सरकार के नियम के मुताबिक 6 लाख रुपए के मुआवजे के लिए भी प्रक्रिया पूरी की जा रही है।