पहले खरीदना पड़ता था केचुआं अब स्वयं उत्पादन कर विक्रय कर रहे है, केचुआं पालन में भी आर्थिक मजबूती के आसार
भिलाईनगर। गोधन न्याय योजना अंतर्गत गोबर खरीदी कर वर्मी कम्पोष्ट तैयार कर विक्रय किया जा रहा है। परन्तु वर्मी कम्पोष्ट निर्माण में सबसे अहम भूमिका केचुआं की होती है, जो गोबर को वर्मी कम्पोष्ट बनाने के लिये महत्वपूर्ण कड़ी का काम करती है। जोन 01 नेहरूनगर में नई उड़ान महिला समूह की अध्यक्ष रेखा बघेल ने बताया कि योजना के प्रारंभ में कुछ किलोग्राम केचुआं बाहर से खरीदकर वर्मी कम्पोष्ट निर्माण की शुरूआत की गई थी। वर्मी कम्पोष्ट निर्माण में केचुआं की महत्ती आवश्यकता को देखते हुये आयुक्त ऋतुराज रघुवंशी के निर्देश पर केचुआं पालन गोबर खरीदी केन्द्र में ही प्रारंभ किया गया। कुछ ही महीनों में केचुआं की तादाद बढ़ने लगी। इसमें से कुछ केचुआं को वर्मी कम्पोष्ट निर्माण के लिये अन्य टंकियों में छोड़ा गया। इधर 1 टंकी में केचुआं पालन का कार्य निरंतर जारी रहा। जब समस्त टंकियों में वर्मी कम्पोष्ट के लिये केचुआं पर्याप्त मात्रा में पूर्ण हो गया तब केचुआं को मांग अनुरूप इसका विक्रय किया गया। 50 किलोग्राम केचुआं 300 रू. प्रति किलोग्राम के दर से विक्रय कर 15000रू. की आमदनी केचुआं बेचकर महिलाओं ने हासिल की है। अन्य स्थानों से केचुआं खरीदना न पड़े इसके लिये सभी जोन के गोधन न्याय योजना के गोबर खरीदी केन्द्र में केचुआं का पालन किया जा रहा है। महापौर एवं भिलाई नगर विधायक श्री देवेंद्र यादव ने गोधन न्याय योजना के बेहतर क्रियान्वयन के निर्देश अधिकारियों को दिए हैं! उपायुक्त एवं नोडल अधिकारी गोधन न्याय योजना अशोक द्विवेदी गोबर खरीदी केन्द्रों में जाकर निरीक्षण कर फीडबैक लेकर और बेहतर कार्य के लिये अधिकारियों को निर्देशित कर रहे हैं। खरीदी केन्द्रों में केचुआं की गुणवत्ता अच्छी रहे इसका ध्यान भी रखा जा रहा है। केचुआं पालन के लिए अनुकुल माहौल होने देने का विशेष बंदोबस्त किया गया है। अब इसके पालन से केचुआं खरीदने में होने वाले व्यय की भारी बचत हो रही है। इसी तरह सभी जोन क्षेत्रों में केचुआं पालन का कार्य किया जा रहा है! इधर वर्मी कंपोस्ट निर्माण एवं विक्रय में भी बढ़ोतरी हो रही है! 2280 किलोग्राम वर्मी कंपोस्ट खाद विक्रय किया जा चुका है! वर्मी कंपोस्ट की क्वालिटी को देखकर इसकी बिक्री अच्छी हो रही है! वर्मी कंपोस्ट के क्वालिटी परीक्षण के उपरांत सभी मानकों में यह खरा उतर रहा है!