वृद्धा की हत्या व चोरी कर फरार, 3 आरोपी मुंबई हुए गिरफ्तार
बेमेतरा। पदुमसरा में संदिग्ध स्थिति में मिली वृद्ध के शव के मामले को पुलिस ने सुलझाने में सफलता पाई है। पुलिस ने मामले से जुड़े आरोपियों को किया गिरफ्तार। मामले का खुलासा तब हुआ, जब तीनों आरोपी घटना के बाद गांव से गायब हो , मुम्बई पहुंचे ।
साथ ही पीएम रिपोर्ट में वृद्ध महिला की गला दबाकर हत्या की बात सामने आने के बाद पुलिस आरोपियों की तलाश में जुट गई। दरअसल, पदुमसरा निवासी कली बाई नेताम पति स्व. बलवंत नेताम (65) अपने घर में अकेली रहती थी। इसी का फायदा उठाते हुए तीन आरोपियों ने चोरी की नीयत से 10 दिसम्बर को रात लगभग डेढ़ बजे बाड़ी में लगे तार की जाली को काटकर घर में घुस गए। इसी दौरान घर में रखे कीमती जेवर की चोरी करते आरोपियों की आवाज से सो रही वृद्ध महिला कलीबाई जाग गई। तीनों आरोपी गांव के ही थे, इसलिए कली ने तीनों को पहचान लिया। ऐसे में तीनों आरोपियों ने मिलकर वृद्ध महिला की गला दबाकर हत्या कर दी और सोने-चांदी के जेवर को मिलकर बांट कर फरार हो गए।
कान के जेवर और गले की माला गायब, पुलिस का शक और गहराया
घर में पड़ी वृद्ध की लाश से कुछ दिन बाद बदबू आने लगी तो पड़ोसियों ने इसकी जानकारी गांव के कोटवार मधुसूदन मानिकपुरी को दी। उन्होंने तत्काल इसकी सूचना बेमेतरा कोतवाली में दी। मौके पर पुलिस ने शव की जांच की तो पता चला कि मृतक वृद्ध महिला के कान के जेवर व गले में पहने सोने की माला और कलाई में पहने चांदी का कड़ा गायब है। पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ धारा 394, 302 के तहत मामले की जांच शुरू की।
लगातार खोजबीन के बाद पकड़ में आए 3 आरोपी
एसपी दिव्यांग पटेल ने इस मामले में नजर रखते हुए एएसपी विमल बैस को निर्देश देते हुए एसडीओपी राजीव शर्मा की अगुवाई में टीम बनाई। पूरी टीम मामले की गंभीरता के साथ जांच करने में जुटी हुई थी। पतासाजी के दौरान जब मृतक के परिजनों के अलावा आसपास के लोगों से पूछताछ की गई तो भूपेंद्र यादव पिता फगवा यादव (22), रामेश्वर वर्मा पिता रेवाराम (25) व नागेश्वर वर्मा पिता श्यामलाल वर्मा (20) के घटना के बाद से गांव में नहीं होने की जानकारी सामने आई। जानकारी मिली कि घटना के बाद तीनों आरोपी मुंबई भाग गए हैं। गठित टीम ने तीनों आरोपियों को मुंबई में छानबीन कर गिरफ्तार किया। आरोपियों ने अपना अपराध स्वीकार कर लिया, जिसके बाद उन्हें कोर्ट में पेश किया गया।
एसपी ने टीम का किया सम्मान
आरोपियों के कब्जे से एक जोड़ी चांदी की एंठी, एक नग चांदी की चेन, 5 नग चांदी के सिक्के, एक जोड़ी सोने का गोंदाही टॉप, एक नग सोने की फुल्ली, एक नग सोने की पत्ती, एक सोने का छोटा लॉकेट बरामद किया गया। इनकी कीमत 53900 रुपए बताई जा रही है। एसपी दिव्यांग पटेल ने तीनों आरोपियों को पड़ने पर गठित टीम को प्रशस्ति पत्र दिया। कोतवाली टीआई राजेश मिश्रा, सुखनंदन ठाकुर सहित अन्य को प्रशस्ति पत्र दिए गए। एसपी ने कोटवार मधुसूदन यादव के काम की सराहना की। उन्होंने कहा कि यदि कोटवार सही तरीके से साथ दें तो किसी भी मामले में आरोपी पकड़ से दूर नहीं हो सकता।