राजनांदगांव: मुक्कड़ का कचरा खाने से 24 घंटे में 12 मवेशियों की मौत

राजनांदगांव: गंज चौक में बालाजी मंदिर के पीछे नगर निगम के अघोषित मुक्कड़ में कचरा खाने से 12 गायों की मौत हो गई। बुधवार को 6 गायों की मौत हुई थी, इसके बाद गुरुवार को फिर इतने ही गायों ने दम तोड़ दिया। इसके बाद स्थानीय निवासियों और युवाओं का गुस्सा फूट पड़ा। राष्ट्रीय गौ सेवा संगठन सहित आसपास के युवाओं ने गंज चौक में हंगामा शुरू कर दिया। गाय के शव को निगम की जो गाड़ी लेकर जा रही थी, उसे चौक में ही घेर लिया गया। इसके बाद वार्डवासियों और युवाओं ने चौराहे पर चक्काजाम कर दिया। संगठन अध्यक्ष प्रवीण शर्मा ने निगम के अफसरों पर गैरजिम्मेदाराना जवाब का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि मवेशियों की मौत के पहले ही गंदगी और दो दिन से कुत्ते का शव मौके पर पड़े होने की सूचना दी गई थी, इसके बाद भी कचरा नहीं हटाया गया। जब मवेशियों की मौत की जानकारी दी गई तो अफसरों ने कचरा खाने से मवेशियों की मौत नहीं होने की बात कहकर पल्ला झाड़ लिया। इसी लापरवाही के चलते दूसरे दिन भी मवेशियों की मौत हो गई। इसके बाद युवाओं ने चक्काजाम कर दिया।

कर्मचारियों ने गैर जिम्मेदाराना जवाब दिया
चक्काजाम कर रहे वार्डवासियों को ईई दीपक जोशी समझाने का प्रयास करते रहे, लेकिन प्रदर्शनकारी मौके पर कमिश्नर को बुलाने की जिद पर अड़े रहे। कुछ देर बाद कमिश्नर चंद्रकांत कौशिक मौके पर पहुंचे। विरोध कर रहे लोगों ने उन्हें बताया कि शिकायत पर कर्मचारियों ने गैर जिम्मेदाराना जवाब दिया। इस पर कमिश्नर ने कर्मचारियों की ओर से माफी मांगने की बात कही। आयुक्त ने आश्वस्त किया कि आगे उक्त स्थल पर कचरा डंप नहीं कराया जाएगा। सफाई भी नियमित होगी, जिसके बाद लोगों का गुस्सा शांत हुआ।

कैसे हुई मौतें, पीएम के बाद होगा खुलासा
इधर निगम प्रशासन के अफसरों ने मृत गायों के शव को पीएम के लिए भेजा है। उन्होंने बताया कि पीएम के बाद ही स्पष्ट होगा कि गायों की मौत किन कारणों से हुई है। इधर स्थानीय लोगों का आरोप है कि मंदिर के पीछे बड़ी मात्रा में प्लास्टिक से लेकर दूसरा कचरा डंप किया गया, जिन्हें चार से पांच दिनों से उठाया नहीं गया है। यही प्लास्टिक और जहरीला कचरा खाने से गायों की मौत हुई है। वार्डवासियों की शिकायत है कि निगम की गाड़ियां मौके पर कचरा तो डंप कर देती हैं।

निगम प्रशासन के खिलाफ की नारेबाजी
मवेशियों की मौत के बाद भड़़के युवाओं ने करीब दो घंटे गंज चौक में चक्काजाम कर दिया। निगम प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी शुरू कर दी। करीब दो घंटे तक चौक में चक्काजाम रहा।

डेढ़ साल पहले भी दस मवेशियों की हुई थी मौत
जिस जगह पर कचरा खाने से दो दिनों में 12 मवेशियों की मौत हुई है, वहीं डेढ़ साल पहले भी 10 मवेशियों ने इसी तरह दम तोड़ा था। तब उक्त स्थल पर ही बचा हुआ खाना और प्लास्टिक के कचरे को फेंका गया था। जिसकी वजह से मवेशियों की मौत हुई थी। तब भी वार्डवासियों ने इसका विरोध किया था। अब जिम्मेदार अफसरों की लापरवाही फिर सामने आ गई। वार्डवासियों ने आगे इस तरह की घटना होने की स्थिति में उग्र आंदोलन की चेतावनी देते हुए व्यवस्था में सुधार की मांग की है।