छेरछेरा पर्व पर दान मांगने गई 3 महिलाओं को ग्रामीणों ने बच्चा चोर समझ जमकर पीटा
बेमेतरा। ग्रामीणों ने बच्चा चोर समझकर तीन महिलाओं की जमकर पिटाई कर दी। सूचना पर पुलिस उन्हें छुड़ाकर थाने लाई तो वहां भी बड़ी संख्या में ग्रामीण पहुंच गए और महिलाओं से मारपीट करने लगे। बाद में पता चला कि ये महिलाएं छेराछेरा पर्व पर दान मांगने के लिए गांव में गई थीं, लेकिन बच्चे उन्हें देखकर डर गए और भागने लगे। इसके चलते ग्रामीणों ने इन्हें बच्चा चोर समझ लिया।
जानकारी के मुताबिक, काण्डरका क्षेत्र के ग्राम भोलेसर में गुरुवार को छेराछेरा पर्व के अवसर पर तीन महिलाएं ग्राम लाटा, हरदी, भिभौरी और भोलेसर में घूम-घूम कर सुबह 8 बजे से दान मांग रही थीं। इसी दौरान वे एक घर के बाहर पहुंची तो वहां खेल रहे बच्चे उन्हें देखकर डर से भागने लगे। बच्चों ने इसकी जानकारी अपने परिजनों को दी। इस पर लोग एकत्र हो गए और बच्चा चोर की आशंका में गांव की महिलाओं ने उनकी पिटाई शुरू कर दी।
महिलाओं की पिटाई और बच्चा चोरी की अफवाह कुछ देर में सोशल मीडिया पर वायरल हो गई। इसके चलते आसपास के गांवों से भी बड़ी संख्या में ग्रामीण पहुंच गए। लोग तीनों महिलाओं को पीटते हुए थाने तक ले गए। वहां पुलिस ने उन महिलाओं से पूछताछ की तो पता चला कि सभी पाटन की रहने वाली हैं और दान मांगने के लिए सुबह से ही गांव-गांव में घूम रही हैं। इसके बाद पुलिस उन्हें ले जाने लगी तो भी ग्रामीणों ने हमला करने का प्रयास किया।
भोलेसर में जिन महिलाओं से गांव के लोगों ने मारपीट की वे तीनों महिलाएं भीख मांगने वाली हैं। सभी महिलाएं पाटन क्षेत्र के ग्राम पर्रा की रहने वाली हैं।