अनुकंपा नियुक्ति को लेकर 2 मार्च को बैठक तय
भिलाई:- बीएसपी कर्मी की मृत्यु के बाद अनुकंपा नियुक्ति की मांग को लेकर 50 दिन से अनिश्चितकालीन धरने पर बैठे आश्रित परिवार के साथ सर्व समाज के लोगों ने शुक्रवार को इक्विपमेंट चौक से एमडी बंगला तक बाइक रैली निकाली। डायरेक्टर इंचार्ज से बात नहीं होने पर आंदोलनकारी चौक में ही धरने पर बैठ गए। लंबे समय बाद एमडी बंगले के सामने प्रदर्शन हो रहा। रैली के एमडी बंगला चौक में पहुंचने पर जिला प्रशासन की ओर से एसडीएम दुर्ग खेमलाल वर्मा और ज्योति पटेल द्वारा डायरेक्टर इंचार्ज की ओर से अनुकंपा नियुक्ति के मुद्दे पर मंगलवार को बैठक बुलाने का प्रस्ताव रखा गया। इस पर आंदोलनकारियों ने प्रस्ताव लिखित में देने कहा। जिला प्रशासन ने डायरेक्टर इंचार्ज के दफ्तर से चर्चा कर आंदोलनकारियों को वस्तुस्थिति से अवगत कराने की बात कही। इसके बाद आंदोलनकारी एमडी बंगला चौक पर ही धरने पर बैठ गए। पीड़ित परिवार और सर्व समाज के लोग अनुकंपा नियुक्ति की मांग को लेकर बीते 50 दिनों से इक्विपमेंट शॉप में धरने पर बैठे हुए थे। इस दौरान जिला प्रशासन मृत बीएसपी कर्मी का पीएम कराने के बाद शव को अंतिम संस्कार कर दिया। इसके बाद भी पीड़ित परिवार का अनिश्चितकालीन धरना जारी रहा। बीएसपी प्रबंधन और जिला प्रशासन पर आंदोलन का कोई असर न होता देख आंदोलनकारियों ने 26 फरवरी से एमडी बंगला चौक पर धरना देने का निर्णय लिया।
बाइक रैली 3 बजे इक्विपमेंट चौक से शुरू हुई और सेंट्रल एवेन्यू होते हुए सेक्टर 9 चौक से एमडी बंगले की ओर मुड़ गई लेकिन पुलिस जवानों ने बीच रास्ते में ही रैली को रोक दिया जिससे काफी समय तक एमडी बंगला चौक से सेक्टर 9 चौक का मार्ग बाधित रहा। रैली के बाद बंगले के बाहर धरने पर प्रदर्शनकारी बैठ गए।
मार्ग बाधित होता देख पुलिस को हटना पड़ा जिसके बाद आंदोलनकारी एमडी बंगला चौक पहुंचे और धरने पर बैठ गए। धरने में पार्षद चंद्रभान ठाकुर मृत कर्मी की पत्नी आसन बाई सहित चंद्रकला तारम, अश्लेष मरावी, मंजू ठाकुर, मीना राज, खिलेश्वरी ठाकुर, इंदु, गौरी, ईश्वरी, महेंद्र, राजेंद्र परघनिहा, सुरेंद्र मोहंती शामिल हुए।
2 मार्च को होगी बैठक
रैली में सर्व समाज के लोगों के साथ ही बीएसपी कर्मी भी शामिल हुए। बीएसपी कर्मियों की मांग है कि मृत कर्मचारी कार्तिक राम ठाकुर के आश्रित को अनुकंपा नियुक्ति दी जाए। इधर प्रदर्शन के बाद बीएसपी प्रबंधन और पीड़ित परिवार के सदस्यों की चर्चा हुई। इसमें अनुकंपा नियुक्ति को लेकर 2 मार्च को बैठक तय की गई। इसके बाद एमडी बंगले के बाहर किया गया विरोध प्रदर्शन व धरना समाप्त कर दिया गया।