पीएम मोदी ने पुरुलिया में रैली को संबोधित करते हुए पानी के संकट का उठाया मुद्दा

कोलकाता:-  प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पश्चिम बंगाल के पुरुलिया में एक जनसभा को संबोधित कर रहे हैं। इस दौरान उनके साथ मंच पर हाल ही में टीएमसी छोड़कर भाजपा में शामिल हुए सुवेंदु अधिकारी के पिता भी मौजूद हैं। प्रधानमंत्री मोदी आज पुरुलिया में रैली संबोधित करने के बाद और असम जाएंगे, जहां एक रैली को संबोधित करेंगे। वहीं पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी आज मिदनापुर में तीन चुनावी रैलियों को संबोधित करेंगी।

प्रधानमंत्री मोदी ने रैली को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर जमकर हमला बोला। पीएम ने कहा कि दीदी ने दलित, आदिवासी, पिछड़े और वनवासियों पर ममता नहीं दिखाई। उनके साथ भेदवाव किया।

पीएम ने कहा कि बंगाल में भाजपा सरकार आने के बाद दलित, आदिवासी, पिछड़े इलाकों के हमारे युवा भी रोजगार के अवसरों से जुड़ सकें, इसके लिए कौशल विकास पर और ज्यादा फोकस किया जाएगा। यहां के छाऊ कलाकारों, यहां के हस्तशिल्पियों को कमाई और मान सम्मान से जुड़ी दूसरी सुविधाएं मिले, ये सुनिश्चित किया जाएगा।

पीएम मोदी ने कहा कि यहां के जैसा ही जल संकट देश के अन्य जगहों पर भी रहा है। जहां-जहां भाजपा को सेवा का मौका मिला, वहां सैकड़ों किमी लंबी पाइप लाइन बिछाई गई, तालाब बनाए। वहां अब जल संकट दूर हो रहा है। वहां के किसान अलग-अलग फसलों को उगाने लगे हैं। पीएम मोदी ने बंगाल की जनता को दिया आश्वासन। कहा कि बंगाल में भाजपा सरकार बनने के बाद आपकी दिक्कतों को प्राथमिकता के आधार पर दूर किया जाएगा। जब बंगाल में डबल इंजन की सरकार बनेगी, तो यहां विकास भी होगा और आपका जीवन भी आसान बनेगा।

रैली को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने ममता सरकार पर निशाना साधा। पीएम ने कहा कि टीएमसी सरकार सिर्फ अपने खेल में लगी है। इन लोगों ने पुरुलिया को जल संकट दिया। इन लोगों ने पुरुलिया को पालयन दिया। इन लोगों ने पुरुलिया के गरीबों को भेदभाव भरा शासन दिया। इन लोगों ने पुरुलिया की पहचान देश के सबसे पिछड़े क्षेत्र के रूप में बनाई है।

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि आज पुरुलिया में पानी का संकट बहुत बड़ी समस्या है। यहां के किसानों, आदिवासी-वनवासी भाई-बहनों को इतना पानी भी नहीं मिलता कि वो सही से खेती कर सकें। यहां की महिलाओं को पीने के पानी की व्यवस्था के लिए बहुत दूर जाना होता है।

प्रधानमंत्री मोदी ने पुरुलिया में रैली को संबोधित करते हुए पानी के संकट का मुद्दा उठाया। इस दौरान रामायण के एक किस्से का जिक्र करते हुए कहा कि ये धरती भगवान राम और मां सीता के वनवास की भी साक्षी रही है। यहां अजुध्या पर्वत है, सीता कुंड है और अजुध्या नाम से ग्राम पंचायत है। कहते हैं कि जब मां सीता को प्यास लगी थी, तो राम जी ने जमीन पर बाण मारकर पानी की धारा निकाल दी थी। आज की विडंबना देखिए कि इसी पुरुलिया में पानी का संकट है।