कोरोना पर काबू करना पहली प्राथमिकता : महापौर

राष्ट्रीय आपदा पर राजनीति से बाज आएं भाजपाई: एमआईसी

दुर्ग:-  नगर पालिक निगम दुर्ग की बजट सामान्य सभा की बैठक स्थगित किये जाने पर विपक्ष भाजपा के नेताप्रतिपक्ष का अर्नगल बयान पर कांग्रेस पार्षद दल ने घोर आपत्ति लेकर कहा कि 20 वर्ष सत्ता में रहने के बाद उन्हें विपक्ष में रहना रास नहीं आ रहा है। शहर की जनता के बीच अपनी उपस्थिति दर्ज कराने इसे मुद्दा बनाने का प्रयास कर रहे हैं । कांगे्रस पार्षद दल के अब्दुल गनी सहित सभी एमआईसी प्रभारियों ने कहा विपक्ष को यह बात ध्यान में रखना चाहिए कि प्रदेश सहित जिले में कोरोना संक्रमण का खतरा निरंतर बढ़ रहा है, और एैसे में शासन, जिला प्रशासन ने ही सार्वजनिक जगहों के साथ ही किसी भी प्रकार के आयोजनों को बिना अनुमति प्रतिबंधित किया है।
शासन से गाइडलाईन मांगा गया है, जल्द ही सामान्य सभा की बैठक बुलाया जाएगा-
एमआईसी प्रभारियों ने संयुक्त रुप से विज्ञप्ति जारी कर कहा कि 27 मार्च को होने वाली बजट सामान्य सभा की बैठक यह निगम की व्यवस्था थी। फिर इसमें विधायक कहाॅ शामिल हो गये जो अपने हिसाब से बैठक को संचालित कर रहे हैं। यह विपक्ष की ओछी मानसिकता है। पूरा-पूरा राजनीति से प्रेरित है उनके पास कोई मुद्दा नहीं होने पर निगम कार्याें में भ्रष्टाचार और घोटाला शब्दों का प्रयोग कर जनता को गुमराह करने का प्रयास कर रहे हैं ।

20 वर्ष सत्ता में रहते हुये विपक्ष को नहीं दिखा भ्रष्टाचार और घोटाला-
एमआईसी प्रभारियों ने विपक्ष व नेताप्रतिपक्ष पर आरोप लगाते हुये कहा कि 20 वर्ष सत्ता में रहते हुये उन्हें निगम का भ्रष्टाचार और घोटाला नजर नहीं आया । आज जब सत्ता पक्ष विकास की बात कर रहा है तो उन्हें भ्रष्टाचार और घोटाला नजर आ रहा है। पार्किंग घोटाले का उदाहरण प्रस्तुत करते हुए कांग्रेस की परिषद ने बताया कि सबसे पहले नवीन परिषद ने ही पार्किंग का प्रकरण उठाया था।
कांगेे्रस पार्षद के एमआईसी प्रभारियों ने कहा आज सत्ता पर नगर पालिक निगम दुर्ग में लाभ का बजट प्रस्तुत करने वाला है जिसे विपक्ष हजम नहीं कर पा रहा है। उन्होनें कहा घोटालों का आरोप लगाने वाले नेताप्रतिपक्ष को चाहिए कि वे जनता को इस बात का जवाब दें कि निगम में 20 वर्ष और प्रदेश में 15 वर्ष तक भाजपा का शासन रहने के बावजूद दुर्ग शहरी क्षेत्र की उपेक्षा क्यों हुई, 20 वर्ष एक लंबा समय होता है किंतु सरोज पांडेय की महत्वाकांक्षा का तत्कालीन मुख्यमंत्री रमन सिंह से टकराव ही शहर के विकास का सबसे बड़ा अवरोध बना। तत्कालीन महापौर सरोज पांडेय स्वयं भाजपा शासन से पैसा लेने में फेल साबित हुईं व जोगी सरकार के दौरान निष्पक्षता से मिले राशि के आबंटन को उन्होंने चौपाटी, जल कलश, पुष्प वाटिका रूपी विफलताओं का डायनोसौर बना दिया।

जल परिसर नहीं शासन के निर्देशानुसार जल्द आयोजित होगी सामान्य सभा : गनी
लोक कर्म प्रभारी अब्दुल गनी ने कड़े तेवर दिखाते हुए कहा कि नगर निगम में 20 वर्षों तक कठपुतली सरकार रही किन्तु अब निगम के फैसले जल परिसर से नहीं बल्कि शासन के दिशा निर्देशों के तहत् महापौर परिषद द्वारा विवेकशीलता से लिए जाते हैं। बहुत जल्द दुर्ग शहर विकास की दिशा में अग्रसर होगा । जल्द से जल्द निगम बजट सामान्य सभा की बैठक आयोजित की जाएगी ।
वहीं इन सभी विवादों से पल्ला झाड़ते हुए महापौर धीरज बाकलीवाल ने कहा कि हमारी भावना जनसेवा की है न कि राजनीता । भाजपा की मानसिकता राजनीति की है किंतु हमारी भावना जनसेवा की । नेता प्रतिपक्ष को अपने विचार रखने का अधिकार है किंतु हमारी पहली प्राथमिकता कोरोना संक्रमण के दूसरे लहर पर काबू पाने की है। बहुत ही विवेकशील नेता प्रतिपक्ष चाहें तो भाजपा की केंद्र सरकार द्वारा देश भर में लागू की गई राष्ट्रीय आपदा कानून का उलंघन कर हजारों की भीड़ लेकर प्रदर्शन कर सकते हैं किंतु निगम प्रशासन राष्ट्रीय आपदा के कठिन समय पर शासन के निर्देशों का पालन करेगी।

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