कोरोना संकट: दुर्ग जिले में एक दिन में सामने आए 1600 से अधिक संक्रमित मरीज़, 26 लोगो की मौत

दुर्ग। दुर्ग जिले में कोरोना संकरण की रफ्तार पर रोक नहीं लग पा रही हैं। जिसके चलते आए दिन कोरोना संक्रमित मरीजों की संखया में प्रतिदिन इजाफा हो रहा है। आज 1651 संक्रमितों की पहचान हुई है। वहीं संक्रमण से मरने वालों की संख्या 26 बताई जा रही है। लॉकडाउन लगने के बाद के दिनों के ही आंकड़े ले, तो इन 5 दिनों में भरी मात्रा में संक्रमित मरीजों की पुष्टि हुई है।

कलेक्टर की युवाओ से अपील : युवा वर्ग भी रखे बेहद सतर्कता, कोविड से युवाओं को भी हो रहा गंभीर संक्रमण

 कोरोना से जिले में हो रहे संक्रमण की समीक्षा करने पर पाया गया है कि जिले में कोविड से युवा भी गंभीर रूप से संक्रमित हो रहे हैं और कुछ की मृत्यु भी इससे हो रही है। कम उम्र के युवाओं को भी इससे संक्रमण हो रहा है। इससे यह स्पष्ट है कि कोरोना को लेकर हर आयु वर्ग के नागरिक को बेहद एहतियात रखने की जरूरत है। कलेक्टर डॉ. सर्वेश्वर नरेंद्र भुरे ने युवाओं से अपील की है कि कोविड के खतरे की गंभीरता को देखते हुए बेवजह बाहर निकलने का किसी तरह से जोखिम ना लें। इसके संक्रमण से उन्हें गंभीर संक्रमण का खतरा तो हो ही सकता है इसके साथ ही वे संक्रमण अपने घर के बुजुर्गों और कम प्रतिरोधक क्षमता वाले परिजनों को तक पहुंचा सकते हैं। कलेक्टर ने कहा है कि लक्षण उभरते ही अथवा पॉजिटिव मरीज के निकट संपर्क में रहने पर तुरंत ही टेस्ट कराएं। चिकित्सक के परामर्श पर होम आइसोलेशन अथवा अस्पताल में भर्ती किए जाने से संबंधित कार्रवाई की जाएगी। टेस्ट के नतीजे आने तक अपने आइसोलेशन का पूरा ध्यान रखें, इस संबंध में किसी भी तरह की लापरवाही आपके परिजनों को संकट में डाल देगी। उन्होंने अपील की है कि कोविड के खतरे के संबंध में किसी भी तरह से लापरवाही न बरतें, मास्क का उपयोग करें सैनिटाइजर का उपयोग करें। समय समय पर हाथ धोते रहें, बेवजह घर से बिल्कुल भी बाहर ना निकले, सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करें। होम आइसोलेशन कंट्रोल रूम के माध्यम से मरीजों तक दवा पहुंचाई जा रही है और मरीजों की कॉउंसिलिंग की जा रही है। किसी भी तरह की मदद के लिए हेल्पलाइन नंबर जारी किए गए हैं। इस कठिन घड़ी में संयम और संकल्प बरतने से कोरोना संक्रमण को थामने में मदद मिलेगी।

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