Cyclone Tauktae: भीषण रूप लेता जा रहा है तौकते चक्रवात, अब तक ली 6 की जान, मुंबई में भी बारिश शुरू
नई दिल्ली (एजेंसी)। भारत अपने पश्चिमी तट के निचले इलाकों से हजारों लोगों को निकाल रहा है, क्योंकि एक शक्तिशाली चक्रवात ‘तौकते’ (Cyclone Tauktae) ने मंगलवार की सुबह गुजरात राज्य में कम से कम छह लोगों की जान ले ली है। अरब सागर में बना यह चक्रवात अपने साथ भारी बारिश और हवाओं को साथ लेकर आया है, जिससे पश्चिमी और दक्षिणी भारत के कुछ हिस्सों में घरों को नुकसान पहुंचा और कई पेड़ उखड़ गए। भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने एक बयान में कहा, “24 घंटों के दौरान इसके और तेज होने और उत्तर-उत्तर-पश्चिम की ओर बढ़ने की आशंका है। 17 मई की शाम को गुजरात तट पर पहुंचने की संभावना है।” चक्रवात के 175 किमी प्रति घंटे की रफ्तार के साथ गुजरात को पार करने की उम्मीद है।
Maharashtra: Light spell of rain and gusty winds seen in in view of Cyclone Tauktae; early morning visuals from Wadala area of Mumbai pic.twitter.com/ZD1SZ4r0e5
— ANI (@ANI) May 17, 2021
बांद्रा-वर्ली सी लिंक अगले आदेश तक बंद
बृहन्मुंबई नगर पालिका ने जानकारी दी कि चक्रवात ताउते के मद्देनजर अगले आदेश तक बांद्रा-वर्ली सी लिंक बंद रखा जाएगा।
Bandra-Worli sea link in Mumbai will be closed to commute till further update. Take alternate routes: Brihanmumbai Municipal Corporation#cyclonetaukate
— ANI (@ANI) May 17, 2021
भारत के कुछ राज्यों में तबाही मचा चुका तौकते चक्रवात बहुत तेजी से गुजरात की तरफ बढ़ रहा है। तौकते अब एक भीषण तूफान में बदल चुका है और आईएमडी ने कहा है कि वर्तमान में इसकी हवा की गति 180-190 किमी प्रति घंटे की रफ्तार है और इसकी रफ्तार 210 किमी प्रति घंटे की ओर बढ़ रही है। तौकते चक्रवात के उत्तर-उत्तर-पश्चिम की ओर बढऩे और सोमवार शाम गुजरात तट तक पहुंचने की संभावना है। बता दें कि उसी शाम तौकते तूफान के पोरबंदर और महुवा (भावनगर जिला) के बीच गुजरात तट को पार करने की संभावना भी है। मौसम विभाग ने इसे बहुत गंभीर चक्रवाती तूफान बताया है और कहा है कि यह 155-165 से 185 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से तटों से टकरा सकता है। अहमदाबाद के पोरबंदर, अमरेली जूनागढ़, गिर सोमनाथ, बोटाद, भावनगर और तटीय इलाकों में बड़े पैमाने पर नुकसान होने की आशंका जताई जा रही है।
मौसम विभाग ने यह भी चेतावनी दी है कि चक्रवात के कारम कुछ रास्तों में बाढ़ आ सकती है। रेलवे सेवाएं भी 21 मई तक बाधित रहने की आशंका जताई गई थी।राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन समिति ने भी रविवार को विभिन्न राज्यों के साथ बैठक की अध्यक्षता की और कहा कि विभिन्न राज्यों में लगभग 80 आपदा प्रबंधन टीमों को तैनात किया गया है। जहाजों और विमानों के साथ सेना, नौसेना और तटरक्षक बल के बचाव और राहत दलों को भी तैनात किया गया है। सरकार ने एक बयान में कहा, “चक्रवात से प्रभावित क्षेत्रों से लोगों को निकालने के लिए सभी उपाय किए जा रहे हैं ताकि किसी की जान न जाए।”