कोरोना: देश में 41 दिन बाद दो लाख से कम कोरोना मरीज मिले, 3511 मौत
नई दिल्ली :- देश में कोरोना की दूसरी लहर में भले ही अब दैनिक संक्रमित मामले कम हो रहे हो लेकिन वैक्सीन की कमी अब बहुत बड़ी चिंता बन गया है। कोरोना के अलावा ब्लैक फंगस और व्हाइट फंगस के भी कई मामले में देश में दर्ज किए गए हैं। सोमवार को देश में येलो फंगस का एक मामला उत्तर प्रदेश में दर्ज किया गया। वहीं देश में 41 दिन बाद कोरोना के दैनिक मामले दो लाख से कम आए हैं। इसके अलावा रूस से कोविड मदद अभी भी जारी है।
छत्तीसगढ़ में 60 लोगों की मौत
छत्तीसगढ़ में कोरोना वायरस के मामले बढ़ रहे हैं। बीते 24 घंटे में 4209 मामले सामने आए हैं, वहीं 8685 लोग कोरोना से ठीक होकर घर लौट गए हैं। वहीं पिछले 24 घंटे में छत्तीसगढ़ में 60 लोगों की मौत हो गई।
Chhattisgarh reported 4209 new #COVID19 cases, 8685 recoveries and 60 deaths on May 24
Total cases 9,53,209
Active cases 60,938 pic.twitter.com/kJF4AfxfDH— ANI (@ANI) May 24, 2021
भारतीय नौसेना का पोत शार्दुल कुवैत से अन्य सामग्री लिक्विड मेडिकल ऑक्सीजन समेत दूसरे मेडिकल उपकरण लेकर न्यू मंगलौर पोर्ट पहुंचा।
Karnataka | INS Shardul carrying liquid oxygen tankers along with other relief materials from Kuwait arrives at New Mangalore Port today pic.twitter.com/XyzVIghXlt
— ANI (@ANI) May 25, 2021
केंद्रीय मंत्रालय ने जानकारी दी कि 24 मई को राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को ब्लैक फंगस के 19,420 अतिरिक्त इंजेक्शन दिए गए। इसके अलावा 21 मई को देश के सभी राज्यों को 23680 इंजेक्शन दिए गए थे।
Additional 19,420 vials of Amphotericin- B have been allocated to all States/UTs and Central Institutions on 24th May. Besides this, 23680 vials of Amphotericin- B were allocated across the country on 21st May: Ministry of Chemicals and Fertilizers pic.twitter.com/5en3bKbrMf
— ANI (@ANI) May 25, 2021
श्रीनगर में ‘कोरोना कर्फ्यू’ के दौरान दुकानें बंद रहीं और सड़कें सुनसान दिखीं। जम्मू-कश्मीर के सभी 20 जिलों में ‘कोरोना कर्फ्यू’ को 31 मई सुबह सात बजे तक के लिए बढ़ाया गया है।
जम्मू-कश्मीर: श्रीनगर में 'कोरोना कर्फ्यू' के दौरान दुकानें बंद रहीं और सड़कें सुनसान दिखीं।
जम्मू-कश्मीर के सभी 20 ज़िलों में 'कोरोना कर्फ्यू' को 31 मई सुबह 7 बजे तक के लिए बढ़ाया गया है। pic.twitter.com/4RRuLIF32L
— ANI_HindiNews (@AHindinews) May 25, 2021
उत्तराखंड सरकार ने कहा कि अभी तक राज्य सरकार की ओर से भेजे गए वैश्विक टेंडर को लेकर किसी कंपनी ने अपनी रुचि नहीं दिखाई है। इसलिए टेंडर को लेकर अपना जवाब दाखिल करने के लिए अंतिम तिथि को बढ़ाकर 31 मई तक कर दिया है। महामारी के दौरान रूस से विदेशी मदद जारी है। रूसी विमान के जरिए रेमडेसिविर समेत कई मेडिकल उपकरण भारत पहुंचे। राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने मंगलवार को कहा कि केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय को टीकाकरण को लेकर आंकड़ेबाजी छोड़ कर राज्यों को अधिकाधिक टीके उपलब्ध करवाने चाहिए। इसके साथ ही गहलोत ने देश में कोरोना वायरस प्रतिरक्षण टीकों के उत्पादन को प्राथमिकता दिए जाने का सुझाव दिया है।
कोरोना के दो लाख से कम नए केस
भारत में कोरोना वायरस की दूसरी लहर कमजोर होती नजर आ रही है। बीते 24 घंटे के अंदर देश में कोरोना वायरस के दो लाख से भी कम नए मामले दर्ज किए गए हैं। देश में पिछले 24 घंटे के अंदर कोरोना वायरस के एक लाख 96 हजार 427 नए मामले आए हैं। वहीं बीते 24 घंटे में कोरोना की वजह से 3 हजार 511 लोगों ने जान गंवा दी।
महाराष्ट्र के ठाणे जिले में कोविड-19 के 826 नए मामले सामने आने से संक्रमितों की संख्या बढ़कर 5,10,805 हो गयी, वहीं संक्रमण से 52 और लोगों की मौत हो गई। पूर्व सैनिकों का एक ग्रुप कोविड के खिलाफ लड़ाई लड़ने में जम्मू प्रशासन की मदद कर रहे हैं। सूबेदार मेजर फरदूल सिंह ने बताया,”हम लोगों के घर-घर जाकर उन्हें जागरूक कर रहे हैं और किसी को बुखार हुआ है तो उन्हें हम जांच करने के लिए बोलते हैं। हमारे साथ एक डॉक्टर भी हैं।”
भारत में कोरोना वायरस से पहली मौत 12 मार्च, 2020 को हुई थी। कोरोना संक्रमण ने कर्नाटक के कलबुर्गी के रहने वाले एक बुजुर्ग की जान ली थी। वहीं 2 अक्तूबर को कुल मौतों का आंकड़ा एक लाख के पार पहुंच गया था जबकि बीते 28 अप्रैल को ये दो लाख हुआ था। देश में सोमवार को कोरोना से मरने वालों की संख्या तीन लाख के पार पहुंच गई। जहां एक लाख और दो लाख मौतों के बीच में 206 दिन का अंतर था। वहीं दो से तीन लाख तक पहुंचने में सिर्फ 27 दिन लगे। ये आंकड़ा बेहद चिंताजनक है।
दूसरी लहर के दौरान मई का महीना ज्यादा घातक रहा
कोरोना महामारी की दूसरी लहर का प्रकोप जारी है। आंकड़ों पर नजर डालें तो पता चलता है कि देश में एक मई के बाद से अब तक 95,390 लोगों ने संक्रमण के चलते दम तोड़ा है, जो मृतकों की कुल संख्या का 31.41 फीसदी है। महामारी की दूसरी लहर ज्यादा घातक साबित हुई है। कुल मरने वालों में से सिर्फ अप्रैल और मई महीने में 46 फीसदी की मौत हुई।एक अप्रैल से अब तक देश में 1.40 लाख लोगों की जान जा चुकी है। अकेले मई में 95390 मौतें हुई हैं। मई में अप्रैल से दोगुना मौतें हुईं।
रसोई गैस पहुंचाने वाले लोगों को वैक्सीन जल्द लगाने की मांग तेज हुई
घर-घर तक रसोई गैस पहुंचाने वालों को जल्द से जल्द वैक्सीन देने की मांग जोर पकड़ने लगी है। अति आवश्यक वस्तुओं में शुमार रसोई गैस की आपूर्ति तब भी किया जब कोरोना संक्रमण चरम पर था। फेडरेशन ऑफ एलपीजी डिस्ट्रीब्यूटर ऑफ इंडिया ने कहा है कि गैस की आपूर्ति करने वाले सुपर स्प्रेडर हो सकते हैं, लिहाजा सभी को जल्द से जल्द वैक्सीन लगाने की आवश्यकता है। केंद्र, राज्य व आपूर्तिकर्ता कंपनी ने फेडरेशन ने फ्रंट लाइन कर्मी मानते हुए मांग को जल्द से जल्द पूरा करने को कहा है। क्योंकि जब कोविड काल में इस बीमारी को भूल कर कोरोना योद्धाओं की तरह लोगों की सेवा में जुटे रहे। तभी लॉकडाउन में घर पर बैठे लोगों की रसोई में खाना पक सका। उत्तराखंड के पिथौरागढ़ में 18+ लोगों को लग रही वैक्सीन पर फिलहाल रोक लगा दी है। वैक्सीन की कमी की वजह से यह फैसला लिया गया है। मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने कहा कि हमारे पास 45+ लोगों के लिए वैक्सीन की 7500 खुराकें हैं, जब ज्यादा वैक्सीन आएंगी तो 18+ लोगों का टीकाकरण किया जाएगा।