जल जीवन मिशन की बैठक में प्रगति पर हुई चर्चा, कलेक्टर ने तेजी से कार्य पूरा करने दिये निर्देश

दुर्ग:- जिले की सभी शालाओं में रनिंग वाटर देने का काम पूरा हो चुका है। इसके साथ ही सभी हास्टल्स में भी कार्य पूरा हो चुका है। जल जीवन मिशन की आज बैठक कलेक्ट्रेट सभाकक्ष में संपन्न हुई, बैठक में मिशन के सचिव श्री समीर शर्मा ने विस्तार से मिशन के लक्ष्यों के संबंध में कलेक्टर डाॅ. सर्वेश्वर नरेंद्र भुरे एवं मिशन के सदस्यों को जानकारी दी। उन्होंने बताया कि शासन के निर्देशों के मुताबिक सभी शालाओं, आंगनबाड़ी केंद्रों और स्वास्थ्य केंद्रों में रनिंग वाटर देने का कार्य किया जा रहा है इसमें शालाओं और हास्टल्स में रनिंग वाटर का काम पूरा हो चुका है। आंगनबाड़ियों में यह कार्य प्रगति पर है।

कलेक्टर ने जल जीवन मिशन के कार्यों में प्रगति लाने के निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि शुद्ध पेयजल सबसे प्राथमिकता का कार्य है। लगातार इस संबंध में हो रही प्रगति की मानिटरिंग करते रहें। निर्धारित अवधि में गुणवत्तापूर्वक कार्य होता रहे, यह सुनिश्चित करें। पीएचई के कार्यपालन अभियंता एवं मिशन के सचिव श्री समीर शर्मा ने बताया कि जिले में 385 गांव और 419 बसाहटें हैं और ग्रामीण परिवारों की संख्या एक लाख 46 हजार है। इसमें से चालीस हजार परिवारों तक घरेलू कनेक्शन प्रदाय किये जा चुके हैं। जिले में वर्तमान में कुल 219 नलजल योजना एवं 38 स्थलजल योजना कार्यरत हैं। रेट्रोफिटिंग के माध्यम से पुनः संयोजन भी किया जा रहा है ताकि उन बसाहटों को भी शुद्ध पेयजल मिल पाये जो अब तक इससे वंचित रहे हैं। उल्लेखनीय है कि जल जीवन मिशन के अंतर्गत छत्तीसगढ़ शासन ने वर्ष 2023 तक सभी बसाहटों में गुणवत्तायुक्त पेयजल प्रदान करने का लक्ष्य रखा है। इसके अंतर्गत हर परिवार को 55 लीटर पानी उपलब्ध कराना लक्ष्य है। इस दिशा में तेजी से कार्य जिले में किया जा रहा है। आज बैठक में रेट्रोफिटिंग योजनाओं और सिंगल विलेज योजनाओं पर विस्तार से चर्चा हुई। कलेक्टर ने सभी योजनाओं की प्रगति की समीक्षा की और कार्यों के लगातार मानिटरिंग के निर्देश दिये।

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