हत्या की आरोपी किन्नर जिला अस्पताल से फरार, 2 प्रहरी निलंबित
भिलाई। केन्द्रीय जेल दुर्ग में 302 के आरोप में विचाराधीन बंदी किन्नर जिला अस्पताल से प्रहरियों को चकमा देकर फरार हो गई। जिला अस्पताल में इलाज के भर्ती होने के बाद गुरुवार को उसे डिसचार्ज किया गया। इससे पहले प्रहरी उसे दोबारा जेल में लेकर पहुंचते वह वाशरूम जाने का बहाना कर चकमा देकर फरार हो गई। मामले में जेल अधीक्षक ने दोनों प्रहरियों को लापरवाही के लिए निलंबित कर दिया है।
मिली जानकारी के मुताबिक शंकर बुद्धे उर्फ काजल किन्नर 302 के मामले में विचाराधीन बंदी है। 6 जुलाई को अचानक उसकी तबीयत बिगडऩे पर उसे जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया। दो दिन बाद गुरुवार को उसे डिस्चार्ज किया गया। डिस्जार्च करने के बाद उसे दो प्रहरी अपने साथ जेल वापस ले जा रहे थे। इस दौरान बंदी काजल किन्नर ने वाशरूम जाने की बात कही। दोनों प्रहरी उसे वॉशरूम तक ले गए और बाहर खड़े रहे। काफी देर तक बाहर नहीं निकलने पर प्रहरियों ने वॉश रूम का दरवाजा खुलवाया तो अंदर कोई नहीं था। किन्नर काजल वॉशरूम के वेंटीलेटर से फरार हो गई थी। इसकी जानकारी जेल अधीक्षक योगेश क्षत्रिय को दी गई। मामले में कोतवाली थाने में शिकायत दर्ज करा दिया गया है। वहीं लापरवाही के लिए जेल अधीक्षक ने दोनों प्रहरियों को निलंबित कर दिया है।
अपने गुरु की कर दी थी हत्या
शंकर बुद्धे उर्फ काजल किन्नर ने 29 सितंबर 2019 को गया नगर निवासी किन्नर सोनू सारथी की हत्या कर दी थी। सानू सारथी काजल किन्नर की गुरु थी। सोनू सारथी शव खाली प्लॉट में मिला था। सोनू की हत्या के बाद काजल किन्नर ने उसका शव रस्सी से बांधकर चादर में लपेटकर बोरे में भरकर खाली प्लाट में फेंक दिया था। इस मामले में काजल किन्नर जेल में बंद थी।
की गई है शिकायत
इलाज के बाद विचाराधीन बंदी काजल किन्नर को आज डिस्चार्ज किया गया। वॉशरूम जाने का बहाना कर वह फरार हो गई है। मामले में कोतवाली पुलिस में शिकायत दर्ज कराया गया है। लापरवाही के लिए दोनों प्रहरियों को निलंबित किया गया है।
योगेश क्षत्रिय, अधीक्षक सेंट्रल जेल दुर्ग