गिरफ्तारी से पहले सस्पेंड आईपीएस जीपी सिंह फरार, अंतिम बार देखा गया बिलासपुर में
रायपुर। एंटी करप्शन ब्यूरो के शिकंजे में फंसे छत्तीसगढ़ के सस्पेंड अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक जीपी सिंह गिरफ्तारी से पहले फरार हो गए हैं। उन्हें अंतिम बार बिलासपुर में देखा गया था। बताया जा रहा है जीपी सिंह बिलासपुर पुलिस को चकमा देकर फरार हो गए हैं। उन पर आय से अधिक संपत्ति के मामले में जांच कर रही एसीबी को उनके सरकारी बंगले से कुछ चि_ियां, फटे हुए पन्ने और पेन ड्राइव मिले थे, जिसकी जांच में सरकार विरोधी गतिविधियों की बात सामने आई है। इसके बाद देर रात सिटी कोतवाली में जीपी सिंह पर राजद्रोह का मामला दर्ज किया गया है। जीपी सिंह पर धारा 124 लोकतांत्रिक सरकार के खिलाफ षड्यंत्र व धारा 153 के तहत मामला दर्ज किया गया है।
बता दें कि एसीबी ने निलंबित सीनियर आईपीएस जीपी सिंह के सरकारी बंगले पर एक जुलाई की सुबह 6 बजे छापा मारा था। इसके साथ ही 15 ठिकानों पर भी एक साथ कार्रवाई की गई थी। करीब 68 घंटे से भी ज्यादा समय तक चली कार्रवाई के दौरान 10 करोड़ की अघोषित संपत्ति के साथ बंगले के पीछे गटर से डायरी, फटे हुए पन्ने और एक दर्जन पेन ड्राइव मिली थी। इन्हें ही राजद्रोह के लिए साक्ष्य माना गया है। निलंबित सीनियर आईपीएस जीपी सिंह भारतीय प्रशासनिक सेवा के पहले अफसर हैं, जिन पर छत्तीसगढ़ में राजद्रोह का मामला दर्ज किया गया है।