जिला अस्पताल से फरार ट्रांसजेंडर कैदी काजल महाराष्ट्र से गिरफ्तार

दुर्ग :- केंद्रीय जेल दुर्ग में हत्या के आरोप में विचाराधीन बंदी ट्रांसजेंडर काजल उर्फ शंकर बुद्धे 5 दिन पहले जिला अस्पताल से फरार हो गई थी। पुलिस ने लोकेशन ट्रेस कर उसे महाराष्ट्र के गोंदिया से गिरफ्तार कर लिया है। काजल को 6 जुलाई को तबीयत बिगड़ने पर जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया था। इस दौरान 8 जुलाई को काजल शौचालय जाने की बात कहकर भाग निकली थी।

एडिशनल SP संजय ध्रुव ने बताया कि फरार काजल की लगातार तलाश की जा रही थी। गोंदिया में उसके होने की सूचना मिलने पर टीम को वहां भेजा गया और 12 जुलाई को उसे पकड़ लिया। बताया जा रहा है कि काजल अस्पताल से भाग कर इंदिरा मार्केट गई। वहां करीब 2-3 घंटे घूमती रही। उसके बाद शाम 6 बजे रेलवे स्टेशन दुर्ग पहुंची। रात 11 बजे ट्रेन आई तो गोंदिया भाग गई।

दुर्ग जिला अस्पताल की खिड़की से कूदकर भाग निकली थी

काजल की तबियत बिगड़ने पर उसे दुर्ग जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया था। गुरुवार को स्वास्थ ठीक होने पर जेल प्रहरी उसे अस्पताल से जेल दाखिल कराने के लिए लेने गए थे। इसी बीच फ्रेश होने का बहाना बनाकर वह खिड़की से कूदकर भाग गई थी। जब वह नहीं लौटी तो दोनों जेल प्रहरी उसे तलाशते हुए बाथरुम पहुंचे तो घटना का पता चला। दोनों प्रहरियों के खिलाफ कार्रवाई भी की गई।

29 सिंतबर 2019 को की थी अपने गुरू की हत्या
पुलिस के मुताबिक गया नगर निवासी किन्नर सोनू सार्थी उर्फ छाया का शव खाली प्लाट में पड़ा मिला था। जांच में पता चला कि सोनू की शिष्य राजीव नगर निवासी काजल उर्फ शंकर (30) पुत्र गंगाराम बुद्धे ने हत्या की थी। काजल ने गुरू सोनू की हत्या करने के बाद शव को रस्सी से बांधा, चादर लपेटा और बोरे में भरकर 29 सितंबर 2019 को घर से 40 मीटर दूरी पर खाली प्लॉट में छोड़कर घर चला गया।

सर्जरी के लिए जमा किए थे रुपए

पूछताछ में आरोपी काजल ने बताया था कि दो साल पहले छाया ने उससे 70 हजार रुपए उधार ले लिए थे। जिसे वह नहीं लौटा रहा था। कई बार लेनदेन को लेकर विवाद हो चुका था। काजल ने बॉडी की सर्जरी कराने के लिए रुपए जमा किए थे। कई बार रुपए मांगने पर भी सोनू पैसे नहीं लौटा रहा था। पुलिस के मुताबिक काजल के खिलाफ जीआरपी में कई मामले दर्ज हैं।