मुंबई में मौसम का कहर: मूसलाधार बारिश से कई इलाके जलमग्न, अब तक 30 लोगों की मौत

मुंबई (एजेंसी)। मुंबई में मौसम का कहर जारी है। यहां पिछले दो दिन से हो रही भारी बारिश के चलते विभिन्न घटनाओं में अब तक 30 लोगों की जान जाने की खबर है। भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने भारी बारिश को देखते हुए मुंबई के लिए रेड अलर्ट जारी किया है।आ,ईएमडी ने बताया कि डॉपलर राडार से प्राप्त चित्रों में दिखाई दे रहा है कि तूफान 18 किलोमीटर (करीब 60,000 फुट) की ऊंचाई पर है। एक मौसम विज्ञानी ने बताया कि मुंबई में तीन घंटे में 250 मिलीमीटर से अधिक बारिश हुई जो रविवार सुबह 305 मिलीमीटर तक पहुंच गई।

जानकारी के मुताबिक, मौसम विभाग का कहना है कि मुंबई के लिए रेड अलर्ट जारी किया गया है। विभाग ने कहा कि अगले 3-4 घंटों के दौरान मुंबई, ठाणे और पालघर में कुछ स्थानों पर तेज बारिश हो सकती है। वहीं कुछ मीडिया रिपोर्ट में कहा गया है कि बारिश के हालात से निपटने के लिए प्रदेश के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने एक उच्च स्तरीय बैठक बुलाई। मुख्यमंत्री कार्यालय की ओर से मिली जानकारी के मुताबिक मुख्यमंत्री ने शाम 6 बजे वीडियो कॉन्फ्रेंस से अधिकारियों के साथ बैठक की है।

प्रभावित इलाकों में पहुंचे आदित्य ठाकरे 
राज्य के पर्यटन मंत्री आदित्य ठाकरे ने एक ट्वीट में बताया कि एक छोटे समयकाल में बादल फटने की छोटी-छोटी घटनाएं भी हुईं। उन्होंने कहा कि मुंबई फायर ब्रिगेड और एनडीआरएफ राहत और बचाव कार्यों में लगे हुए हैं। पानी निकालने का काम किया जा रहा है। इससे पहले दिन में आदित्य ठाकरे ने भूस्खलन प्रभावित तीन स्थानों का दौरा किया था और वहां के हालात का जायजा लिया था।

पश्चिम रेलवे और मध्य रेलवे ने मुंबई में उपनगरीय ट्रेन सेवाओं को कुछ समय के लिए स्थगित कर दिया। लंबी दूरी की कई ट्रेनों का या तो मार्ग बदल दिया गया या उनका अन्य स्टेशनों से परिचालन हो रहा है। दमकल विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि एक पर्वतीय क्षेत्र में भारी बारिश के कारण हुए भूस्खलन में एक परिसर की दीवार ढहने से उसके नीचे दबकर 17 लोगों की मौत हो गई।

अधिकारी ने बताया कि मुंबई में माहुल के वाशी नाका में देर रात करीब एक बजे एक पेड़ के गिरने से उससे सटे एक मकान की दीवार ढह गई। घटना में सात लोग घायल हो गए, जिन्हें पास के राजावाड़ी अस्पताल में भर्ती कराया गया है। वहीं, विक्रोली उपनगर में देर रात करीब ढाई बजे भूस्खलन के चलते छह कच्चे मकानों के ढह जाने से सात लोगों की मौत हो गई और दो लोग घायल हो गए।

भारी बारिश के चलते विहार झील का जलस्तर बढ़ा
वहीं, उपनगर भांडुप में वन विभाग परिसर की दीवार ढह जाने से 16 वर्षीय एक लड़के की मौत हो गई। इस बीच, रात भर हुई भारी बारिश के कारण विहार झील में पानी भर गया और रविवार सुबह झील का पानी बाहर बहने लगा। बीएमसी के मुताबिक विहार झील की भंडारण क्षमता दो लाख 76 हजार 980 लाख लीटर है। यह झील मुंबई के जलाशयों में सबसे छोटी है व जल आपूर्ति तंत्र का हिस्सा है।

राष्ट्रपति-प्रधानमंत्री ने जताया दुख, मुआवजे का एलान
राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भारी बारिश के कारण मुंबई में दीवार गिरने की घटनाओं में लोगों की मौत पर दुख व्यक्त किया। प्रधानमंत्री कार्यालय ने मृतकों के परिजनों को प्रधानमंत्री राष्ट्रीय राहत कोष से दो-दो लाख और घायलों को 50-50 हजार रुपये देने की घोषणा की। मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने मृतकों के परिजन को पांच लाख रुपए की राशि देने की घोषणा की है।
तूफान की ऊंचाई माउंट एवरेस्ट से दोगुनी : विशेषज्ञ
मौसम विज्ञानी अक्षय देवरा के अनुसार मुंबई में तीन घंटे में 250 मिलीमीटर से अधिक बारिश हुई जो रविवार सुबह 305 मिलीमीटर तक पहुंच गई। देवरा ने ट्वीट किया, ‘दूसरे शब्दों में कहा जाए तो इस तूफान की ऊंचाई माउंट एवरेस्ट से करीब दोगुनी है। इस तरह के तूफान यकीनन मुंबई के लिए या पश्चिमी तट के लिए सामान्य बात नहीं हैं, वह भी तब जब मानसून सक्रिय है और जुलाई जैसा माह है।’
जलशोधन संयंत्र ठप, पानी उबालकर पीने की सलाह
भांडुप के जलशोधन संयंत्र में पानी भरने के बाद बीएमसी ने लोगों से पेयजल उबालकर पीने की अपील की है। पानी भरने से बिजली के वे उपकरण ठप हो गए हैं, जिससे जल को शुद्ध किया जाता था। यह मुंबई को पीने के पानी की आपूर्ति करने वाला एक प्रमुख स्थान है। एक अधिकारी ने कहा कि पानी को उबालना बचाव का सबसे बेहतर उपाय है। शहर के ज्यादातर हिस्सों में जलापूर्ति प्रभावित हुई है।

 

रीसेंट पोस्ट्स