दुर्ग सायबर टीम ने 15 लाख कीमत के मोबाइल खोज निकाले, एक साल में करीब 300 शिकायतें आई थीं जिलों के थानों में

दुर्ग। दुर्ग पुलिस ने लोगों के गुम हुए मोबाइलों को खोज निकाला है। अगर आपका मोबाइल गुम हो जाए तो मिलना मुश्किल होता है। लेकिन जिले की सायबर सेल की टीम की मदद से 105 मोबाइल को खोज निकाला गया हैं। इतना ही नहीं पुलिस ने जिन शिकायकर्ताओं के मोबाइल फोन खोज निकाले हैं। उन्हें पुलिस कंट्रोल रुम भिलाई में बुलाकर वापस भी किए गए ।

एसपी ने वापस लौटाए मोबाइल
जिले में लगातार मोबाइल गुमने की रिपोर्ट आवेदकों के द्वारा अलग-अलग थानों में दर्ज की जा रही थी। थानों के माध्यम से गुम मोबाइल की रिपोर्ट सायबर सेल में भेजी जा रही थी। यह सिलसिला लगातार जारी था। शिकायतों को देखते हुए दुर्ग एसपी प्रशांत अग्रवाल ने गुम मोबाइल की खोज के लिए सायबर सेल को विशेष निर्देश दिए थे। जिसके बाद प्रदेश के अलग-अलग जिलों से काफी प्रयासों के बाद 105 मोबाइल खोज निकाले गए। जिनकी कीमत करीब 15 लाख रुपए बताई जा रही है। सारे मोबाइल साल 2020 से 2021 तक के समय गुम हुए थे।

दुर्ग एसपी ने लोगों को वापस किए मोबाइल।
दुर्ग एसपी ने लोगों को वापस किए मोबाइल।

4 जिलों में चलाया गया अभियान
एडिशनल एसपी संजय ध्रुव ने बताया कि पिछले एक साल में करीब 250 से 300 मोबाइल गुम होने की शिकायतें संबंधित जिले के थानों में दर्ज हुई थी। उसी के आधार पर सायबर सेल की टीम ने मोबाइल लोकेशन के माध्यम से खोज निकाला है। कहीं-कहीं लोग खुद से आकर सायबर सेल में मोबाइल जमा कर जाते है, और कुछ जगहों पर हमारी टीम खुद संबंधित से संपर्क करती है। ज्यादातर मोबाइल फोन दुर्ग-भिलाई, राजनांदगांव, बालोद और बेमेतरा जिले के क्षेत्रों से मिले हैं। पुलिस टीम ने सर्विलांस में रखे मोबाइल के चालू होते ही उन पर कॉल लगाया और बात की। मोबाइल जिसने भी उठाया उसने पुलिस का नाम सुनकर स्वीकार कर लिया कि यह मोबाइल उसे कहीं पड़ा मिला है। उसने मोबाइल सायबर सेल भेजना की बात भी मान ली। इस तरह धीरे-धीरे कर पुलिस इतने मोबाइल जुटा पाए।