अफगानिस्तान: जो बाइडन ने तालिबान को चेताया, बर्दाश्त नहीं करेंगे अमेरिकी सेना पर हमले
नई दिल्ली(एजेंसी)। अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने अफगानिस्तान के मुद्दे पर एक बार फिर राष्ट्र को संबोधित किया। बाइडन ने कहा कि अफगानिस्तान में इतिहास का अब तक का सबसे मुश्किल भरा निकासी अभियान चलाया जा रहा है। बाइडन ने चार दिन में दूसरी बार देश को संबोधित किया है। इसके साथ ही उन्होंने तालिबान को चेताते हुए कहा कि हम अमेरिकी सैनिकों पर तालिबान का हमला बर्दाश्त नहीं करेंगे। उन्होंने कहा कि अमेरिकी लोगों के निकलने तक सेना वहां रहेगी।
बाइडन ने कहा कि अफगानिस्तान से लोगों को निकालने का सिलसिला जारी है। आज (शुक्रवार) भी 5 हजार लोगों को निकाला गया है। अमेरिकियों व अन्य देशों के नागरिकों के अलावा अफगानी लोगों को भी यहां से निकाला जा रहा है। काबुल एयरपोर्ट पर अमेरिकी सेना का पूरा नियंत्रण है।
We have secured the airport (in Kabul) enabling flights to resume not just military flights but civilian charters from other countries and the NGOs taking out the civilians & vulnerable afghanis: US President Joe Biden pic.twitter.com/7KuJgr3WTd
— ANI (@ANI) August 20, 2021
दुनिया के सामने सबसे बड़ा संकट
उन्होंने कहा कि आज दुनिया के सामने बड़ा संकट खड़ा हो गया है। अब तक 18 हजार लोगों को निकाला गया है। 14 अगस्त के बाद से 13 हजार लोगों को काबुल से बाहर निकाला गया है। अमेरिका में अभी छह हजार से अधिक सेना तैनात है। लोगों को निकालने का काम लगातार जारी है। ये इतिहास का अब तक का सबसे मुश्किल भरा निकासी अभियान है।
अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा कि लोगों को बाहर निकालन का काम खतरे से भरा है, इसमें फौज को भी खतरा है। इसे मुश्किल हालात में अंजाम दिया जा रहा है। मैं भरोसे के साथ नहीं कह सकता कि इस आखिरी नतिजा क्या निकलेगा या अंत में क्या होगा।
काबुल एयरपोर्ट पर एक मां द्वारा अपने बच्चे को अमेरिकी सैनिकों को सौंपने के मुद्दे पर उन्होंने कहा कि उस बच्चे को उसके पिता को सौंप दिया गया है और दोनों ही सुरक्षित हैं। बाइडन ने कहा कि हमने काबुल एयरपोर्ट पर पूरा नियंत्रण हासिल कर लिया है और यहां से सैन्य विमानों के अलावा नागरिक चार्टेड विमान भी उड़ान भर रहे हैं और लोगों को बाहर निकाल रहे हैं।
तालिबान पर बनाएंगे अंतरराष्ट्रीय दबाव
अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा कि इस संकट के कारण दूसरे देशों में जो अफगानी शरणार्थी बनकर पहुंचे हैं, हम उन्हें मानवीय सहायता पहुंचाने पर भी काम कर रहे हैं। तालिबान पर अंतरराष्ट्रीय दबाव बनाएंगे ताकि वह वहां के नागरिकों को कोई नुकसान न पहुंचाए, खासकर महिलाओं को। उन्होंने अफगानिस्तान में अमेरिका की मदद करने वाले स्थानीय लोगों को भी निकालने और उनकी मदद करने की प्रतिबद्धता जताई।