दुर्ग के कारोबारी को रायपुर में बनाया बंधक, फिर मारपीट कर छीन लिए अंगूठी और मोबाइल, 3 आरोपी गिरफ्तार

रायपुर/दुर्ग।  छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में दुर्ग जिले के कारोबारी को बंधक बनाने का मामला सामने आया है। बताया गया है कि कारोबारी राजवीर नयनराणा को आरोपियों ने उसकी कंपनी में डीलरशिप लेने की बात कहकर अपनी दुकान बुलाया था। फिर दुकान के अंदर ही बंद कर उससे मोबाइल, अंगूठी छीन लिया। इतना ही नहीं आरोपियों ने बिजनेस के लिए जमा सिक्योरिटी मनी के 50 हजार रुपए भी कारोबारी से डरा धमकाकर वापस ले लिए हैं। राजवीर ने आरोपियों पर उसे ढाई घंटे से ज्यादा देर रात बंधक बनाने का आरोप लगाया है। सिविल लाइन पुलिस ने इस मामले में 3 आरोपियों को गिरफ्तार किया है।

राजवीर ने पुलिस को बताया है कि वो 24 अगस्त को लक्की हार्डवेयर कटोरातालाब आया हुआ था। उसने बताया कि वो लक्की हार्डवेयर को वाईट लाईमवाश सप्लाई करने का काम पिछले एक साल से कर रहा था। राजवीर के मुताबिक हार्डवेयर संचालक पवन मेघानी ने ही उसे ये कहकर बुलाया था कि वे अभी डिस्ट्रीब्यूटर हैं, ‌उन्हें अब कंपनी की डीलरशिप लेनी है। इसी बात के मद्देनजर राजवीर उनकी दुकान शाम को करीब 5.30 बजे पहुंचा था। जहां पवन मेघानी और उसके दो भाई अमित मेघानी एवं अंकित मेघानी मौजूद थे। राजवीर दुर्ग के अन्नू कॉर्पोरेट सप्लाई कंपनी में बिजनेस पार्टनर है।

दूसरे से 50 हजार लेकर वापस दिए

जानकारी के मुताबिक कुछ देर बैठने के बाद पवन मेघानी ने दुकान का शटर बंद कर दिया और कहने लगा कि जो 50 हजार रुपए सिक्योरिटी मनी लिए हैं, वो उसे तुरंत वापस किए जाएं। राजवीर ने कहा कि उसके पास अभी पैसे नहीं हैं। यही बात सुनकर तीनों भाई मिलकर उसको गाली देने लगे और जान से मारने की धमकी देने लगे। जिसके बाद राजवीर ने अपने एक परिचित से 50 हजार रुपए मांगकर उन्हें वापस किए।

मारपीट करने का भी आरोप

लेकिन आरोपी यहीं नहीं रुके, राजवीर ने आरोप लगाया है तीनों भाइयों ने उसके साथ मारपीट की है और मोबाइल, अंगूठी छीन लिया है। राजवीर ने पुलिस से शिकायत में बताया कि तीनों ने मिलकर उसे शाम 6 बजे से लेकर रात 8 बजकर 45 मिनट तक बंधक बनाकर रखा। जिसके बाद उसने काफी निवेदन किया तब उसे छोड़ा गया है। तब जाकर राजवीर ने तीनों के खिलाफ सिविल लाइन थाने में केस दर्ज कराया। इसके बाद बुधवार को तीनों आरोपी को गिरफ्तार किया गया है।

आरोपी बोले-माल सप्लाई नहीं कर रहा था

इधर, इस मामले में टीआई आर. के मिश्रा ने बताया कि ये मामला आपस में पैसे के लेन देने से जुड़ा हुआ है। आरोपियों का कहना है कि राजवीर ने उनसे सिक्योरिटी मनी के नाम पर पैसे ले लिए और माल भी सप्लाई नहीं किया था। जिसकी वजह से उन्होंने यह कदम उठाया है। फिलहाल पुलिस मामले की जांच कर रही है और तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है।

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