लोगों को तीसरी लहर का इंजतार! बेपरवाह हुए लोग, फिर बढऩे लगे कोरोना के मरीज
दुर्ग-भिलाई में कहीं भी नहीं हो रहा कोरोना गाइड लाइन का पालन
दुर्ग (चिन्तक)। कोरोना के दूसरी लहर में जिले में संक्रमण से सैकड़ों मौतों के बाद भी नागरिक लापरवाह हो गये हैं। अब लोगों में संक्रमण का खौफ नहीं रहा। ऐसा लगता है जैसे लोगों को अब तीसरी लहर का इंतजार है। दूसरी लहर को भी लोगों ने हल्के में लिया और इसके परिणाम स्वरूप दुर्ग जिले में संक्रमण ऐसा फैला कि बेड फुल होने के कारण कई मरीजों को इलाज के लिए अस्पताल में जगत तक नहीं मिला। जिले के सभी अस्पताल फुल होने के कारण मरीजों को प्रशासन के दिशा निर्देश में अपने घरों में ही इलाज कराना पड़ा। वहीं श्मशान घाट में भी लाशों की लम्बी लाइन लगी रही। शमशान से उठते घुए को दूर से देखकर ही लोग आतंकित हो रहे थे। संक्रमित लोगों की संख्या बढ़ते देख प्रशासन द्वारा भी 6 अपै्रल को दुर्ग जिले में पूर्ण लॉकडाउन लगा दिया गया था। कोरोना के मामले कम होने पर लगभग दो माह बाद पाबंदी हटा दी गई। अपने सामने कोरोना संक्रमण से हुए मौतों को देखते हुए नागरिक सचेत हुए और कुछ दिनों तक सोशल डिस्टेंसिंग सहित सभी नियमों का पालन किया गया। बाजार खुलते ही लोगों की भीड़ बढऩे लगी और आज स्थिति यह है कि जिले के किसी भी मार्केट में न तो व्यापारी और न ही ग्राहकों द्वारा प्रशासन द्वारा जारी गाइडलाइन का पालन नहीं किया जा रहा है। न तो सोशल डिस्टेंसिंग का पालन हो रहा है और न ही लोगों को मास्क पहने देखा जाता है। इस लापरवाही के कारण दुर्ग जिले में फिर से कोरोना संक्रमण के मामले बढऩे लगे है। वहीं कोरोना से मौत का आंकड़ा भी बढ़ रहा है। शुक्रवार को दुर्ग में इलाज के दौरान 75 वर्षीय एक मरीज की मौत हो गई। यह लगातार दूसरा दिन है जब दुर्ग में ही मौत हुई है। गुरुवार को भी एक मरीज ने दम तोड़ा था।
अनावश्यक भीड़ बन सकता है परेशानी का कारण
दुर्ग-भिलाई के सभी मार्केट जैसे पावर हाउस जवाहर मार्केट, सुपेला सब्जी मंडी, सुपेला मार्केट, संडे मार्केट, दुर्ग के इंदिरा मार्केट, हटरी बाजार, सदर बाजार आदि में व्यापारी व लोगों द्वारा किसी भी प्रकार के नियमों का पालन नहीं किया जा रहा है। न तो दुकानदार और न ही खरीदारी करने गए लोग मास्क पहने हुए नजर आते हैं। भीड़भाड़ वाली जगह होने के कारण यहां से कोरोना संक्रमण फैलने का खतरा ज्यादा रहता है। अनावश्यक लोगों द्वारा भीड़ लगाया जाता है। फिर भी इस ओर प्रशासन गंभीर नहीं।
राजनीतिक पार्टियां भी पीछे नहीं
जिले में नगरीय निकाय चुनाव के तहत भिलाई, चरोदा व रिसाली नगर निगम तथा जामुल नगर पालिका में चुनाव संपन्न हुए। इस दौरान रानीतिक पार्टियों के कार्यकर्ताओं व नेताओं द्वारा अपने-अपने क्षेत्र व वार्डों में रैली निकाली गई। साथ ही कार्यकर्ताओं को चार्ज करने पार्टी के वरिष्ठ नेताओं द्वारा बैठक ली गई। रैली व बैठक के दौरान भी कोई सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते नहीं नजर आया। दो-चार लोगों को छोड़ लगभग सभी बिना मास्क के दिखे। साथ ही कल्याण कॉलेज में मतगणना के दिन सभी राजनीतिक पार्टी प्रत्याशी सहित उनके समर्थक व कार्यकर्ता सैकड़ों की संख्या में शामिल हुए। इस दौरान न तो कोरोना प्रोटोकाल का पालन हुआ और नहीं मास्क का उपयोग हुआ। जबकि इस दौरान यहां जिले के कद्दावर नेता सहित प्रशासन के आला अधिकारी भी मौजूद थे।