पानेसर हार्वेस्टर अब छतीसगढ़ के किसानो के लिए उपलब्ध

दुर्ग। भारत एक कृषि प्रधान देश है इस कृषि प्रधान देश मे हरित क्रांति लाने में कृषि यंत्रों का बहुत बड़ा योगदान है, आज आधुनिकता के इस युग मे बोआई से लेकर कटाई तक  तरह तरह के यंत्रो का आविष्कार हुआ है इन्ही यंत्रो में एक यंत्र हार्वेस्टर है जो किसानो की फसल को खेतों में जाकर काट कर पौधों से फसलो (धान , गेहू, चना इत्यादि) को अलग कर खेती के खर्चो को कम करके देश के किसानों को समृद्ध बना रहा है । इसमें शासन का योगदान भी अतुलनीय है । हार्वेस्टर की कम्पनियो में एक कम्पनी ऐसी है जो किसानों को अत्यधिक उचित मूल्य में आधुनिकता से लैस हार्वेस्टर प्रदान कर किसानों को समृद्ध बनाने में अपना योगदान कर विकसित भारत के निर्माण में एक मील का पत्थर साबित हो रही है। अंतराष्ट्रीय क्वालिटी के हार्वेस्टर पानेसर हार्वेस्टर के फाउंडर श्री सरदार जगजीत सिंह जी ने ईसवी सन1992 में पानेसर हार्वेस्टर की बुनियाद बरनाला पंजाब में रखी ।

आप श्री विगत  30 वर्षों से हार्वेस्टर की दुनिया से जुड़े हुए है । आपके द्वारा एक फोरमैन के रूप में हार्वेस्टर से जुड़े होने के कारण हार्वेस्टर के ऑपरेटिंग एवम तकनीकी बाधाओं का आपको गहरा ज्ञान है । आपका विगत 30 वर्षों से सपना था कि मेरे देश मे एक ऐसे हार्वेस्टर का निर्माण हो जो आधुनिकता से लैस एवम सरल ऑपरेटिंग सिस्टम हो। आपके अथक प्रयासों से 1992 में आपने पानेसर एग्रोटेक कंपनी के नाम से इस कार्य को अमली जामा पहनाया । उसके बाद कभी आपने पलट कर नही देखा एवम हार्वेस्टर की दुनिया से जमीन से जुड़े होने के का अनुभवो के निचोड़ को एक इंडस्ट्रीज में क्रियान्वित किये है । इसी का  परिणाम है कि प्रतिवर्ष 125-150 हार्वेस्टरो का निर्माण कर  आज पानेसर एग्रोटेक के मैनेजिंग डायरेक्टर ही नही अपितु वर्तमान मैनेजिंग डायरेक्टर सरदार श्री अमनदीप जी को रोशनी प्रदान कर समय समय पर मार्गदर्शन प्रदान करते रहते है।

डायरेक्टर श्री अमनदीप जी अपने पिता के जमीन से जुड़े होने एव किसानो से हाथ से हाथ मिलाने के अनुभव से यह प्रण किया कि मैं भारत के किसान भाइयों को न्यूनतम कीमत पर अत्याधुनिक  मशीनों से लैस हार्वेस्टर प्रदान कर , बेहतर सर्विस प्रदान कर …  अपने पिता के इस प्रण को आगे ले जाऊंगा। इसी दिशा में कार्य कर सरदार अमनदीप जी आज भारतवर्ष ही नही अपितु विदेशो ( नेपाल,भूटान,बांग्लादेश,श्रीलंका,केन्या,कांगो, तंजानिया,साउथ अफ्रीका इत्यादि) देशो में एक्सपोर्ट कर देश की जीडीपी बढ़ाने में भागीदारी कर रहे है। हार्वेस्टर के अलावा कम्पनी रोटावेटर, स्ट्रा रीपर , लेजर लेवलर, स्प्रेयर एवम अन्य एग्रीकल्चर मशीनरी का उत्पादन करती है ,यू तो कम्पनी कई प्रकार के  हार्वेस्टर का निर्माण करती है लेकिन प्रमुख रूप से तीन प्रकार के हार्वेस्टरो को फोकस  करती है ।

प्रथम- सेल्फ प्रपोजड कम्बाइन हार्वेस्टर 14 फिट कटर बार 101 एच पी अशोक लीलैंड 6 सिलेंडर इंजन ।
द्वितीय- ट्रेक्टर माउंटेड हार्वेस्टर (ट्रेक्टर चलित हार्वेस्टर)
तृतीय- मिनी हार्वेस्टर (ट्रेक्टर चलित ट्रेक्टर जमीन में रहती है)

राजस्थान ,मध्यप्रदेश, उत्तर प्रदेश इत्यादि प्रान्तों में अपने प्रोडक्ट की पहचान बनाने के बाद आप श्री अमनदीप जी छतीसगढ़ के किसानों को ये सभी मॉडलों के एक्सपोर्ट  क्वालिटी के हार्वेस्टर उचित दर में प्रदान करना चाहता है। इसके लिए आपने कमला मोटर्स दुर्ग को बतौर डिस्ट्रीब्यूटर चयन किया है । कम्पनी के प्रोडक्ट भारत सरकार द्वारा मान्य बुधनी टेस्ट एवम अन्य टेस्टो में प्रमाणित एवम कृषि संचनालयो की योजनाओ में रजिस्टर्ड प्रोडक्ट है। छतीसगढ़ के किसानों की आज ज्वलन्त समस्या यह है कि बैको एवम शासन के सहयोग (अनुदान राशि) से हार्वेस्टर तो खरीद लेते है लेकिन ऑपरेटिंग सिस्टम एवम रख रखाव का बेसिक ज्ञान ना होने के कारण पंजाब एवं हरियाणा से  फोरमैन बुलवाने हेतु बाध्य होते है । इस हेतु श्री अमनदीप जी ने किसानों के हित मे प्रयास करते हुए निर्णय लिया है कि एक वर्ष के लिए जितने भी हार्वेस्टर छतीसगढ़ के धरातल में बिकेंगे उन सभी किसान भाइयों को मशीन में उचित रख रखाव एवम ऑपरेटिंग हेतु कम्पनी एवम डिस्ट्रीब्यूटर के सहयोग से  निशुल्क एक फोरमैन एक सीजन हेतु प्रदान किया जायेगा  ताकि अगले सीजन में किसान स्वयं शिक्षित होकर ज्यादा उत्पादन ले सके, एवम मशीन से संबंधित समस्याओं का निराकरण डीलर स्तर पर शीघ्रता से कर सीजन में होने वाली हानि से किसानों को निजात दिलाएंगे । इसके अलावा छतीसगढ़ शासन के सहयोग से हार्वेस्टर ट्रेनिंग इंस्टीटूट खोलने हेतु प्रयासरत है जिसके लिए आवश्यक ट्रेनर कम्पनी द्वारा उपलब्ध कराया जायेगा।

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