प्यार के लिए हत्यारी बनी बेटी, जन्म देने वाली मां को ही उतारा मौत के घाट

नई दिल्ली। दिल्ली के आंबेडकर नगर इलाके में वर्ष 2007 में भाजपा के टिकट से निगम पार्षद का चुनाव लड़ चुकी एक महिला की गला रेतकर बेरहमी से हत्या कर दी गई। हत्याकांड को किसी और ने नहीं बल्कि महिला की बेटी ने अपने लिवइन पार्टनर के दोस्त के साथ मिलकर अंजाम दिया। मृतका की शिनाख्त सुधा रानी (55) के रूप में हुई है। हत्याकांड की गुत्थी को सुलझाते हुए पुलिस ने बेटी देवयानी (24) और लिवइन पार्टनर के दोस्त कार्तिक (23) को गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस ने आरोपियों की निशानदेही पर वारदात में इस्तेमाल सर्जिकल ब्लेड व अन्य सामान भी बरामद कर लिया है।

दरअसल देवयानी अपने पति को छोड़कर अपने प्रेमी शिबू के साथ दक्षिणपुरी रह रही थी। मां को यह पसंद नहीं था। सुधा ने बेटी पर दबाव बनाने के लिए उसे प्रॉपर्टी से बेदखल करने की धमकी देकर खर्चा भी देना बंद कर दिया था। इससे नाराज होकर उसने वारदात को अंजाम दिया। वारदात के बाद लूटपाट के दौरान हुई हत्या का रंग देने का प्रयास किया गया। दक्षिण जिले की पुलिस उपायुक्त ने बताया कि शनिवार रात करीब 10 बजे आंबेडकर नगर थाना पुलिस को एक मदनगीर के एक मकान में महिला की हत्या की सूचना मिली। सूचना के बाद पुलिस की टीम मौके पर पहुंची। वहां घर पर एक कमरे के बेड पर सुधा रानी का शव पड़ा था। बेडशीट पर चोरों ओर खून ही खून फैला था। कमरे में कोई जोर जबदरस्ती के निशान भी नहीं थे। यहां तक खून के छींटे फर्श पर भी नहीं गिरे थे। पुलिस को घर पर महिला की बेटी देवयानी मिली।

देवयानी ने बताया कि करीब 9.30 बजे दो बदमाश उनके घर में घुसे। उन्होंने पहले घर में रखा कैश और जेवरात लूटे। मां ने लूटपाट का विरोध किया तो आरोपियों ने गला रेतकर उसकी हत्या कर दी। पुलिस ने सुधा के शव का मुआयना किया तो उसके गले में सोने की चेन और शरीर पर बाकी जेवरात अपनी जगह मिले। देवयानी से पूछने पर वह बार-बार अपने बयान बदलने लगी। शक होने पर पुलिस ने उससे सख्ती से पूछताछ की। कुछ ही देर की पूछताछ के बाद देवयानी टूट गई। उसने मां की हत्या करने की बात कबूल कर ली।

ऐसे किया जन्म देने वाली मां का कत्ल…
देवयानी ने बताया कि उसने अपने लिवइन पार्टनर कार्तिक से बातचीत की। कार्तिक उसकी मां की हत्या के लिए तैयार हो गया। योजना के तहत देवयानी ने नींद की गोलियों का इंतजाम किया। शनिवार शाम को वारदात को अंजाम देने का प्लान बना। देवयानी ने घर में मौजूद अपने मामा संजय और मां सुधा को चाय में नींद की गोलियां मिलाकर दे दी। मामा दूसरे कमरे में सोता रहा। देवयानी ने आरोपी कार्तिक को बुला लिया। उस समय सुधा अपने बेड पर गहरी नींद में थी। आरोपी अपने साथ सर्जिकल ब्लेड लेकर आया था। कार्तिक ने सोते हुए ही सुधा का ब्लेड से गला रेत दिया। इसके बाद देवयानी ने लूट का मामला बनाने के लिए मां का कैश और जेवरात उसे दे दिए। पुलिस ने आरोपी कर्तिक को गिरफ्तार कर उसके पास से जेवरात बरामद कर लिए हैं।

यह बनी हत्या की वजह….
पुलिस की पूछताछ में देवयानी ने बताया कि उसके परिवार में मां के अलावा एक बड़ा भाई विक्रांत उर्फ काकू है जो महाराष्ट्र में परिवार के साथ रहता है। मां एरिया में अच्छी रसूखदार महिला थी। साढ़े पांच साल पूर्व देवयानी की शादी ग्रेटर नोएडा निवासी चेतन नामक युवक से हुई थी। पति से देवयानी को एक बेटा भी है। लेकिन उसने पति को छोड़कर अपने पुराने प्रेमी शिबू के साथ लिवइन में रहना शुरू कर दिया था। शिबू के खिलाफ कई अपराधिक मामले दर्ज हैं। सुधा को यह पसंद नहीं था। वह कहती थी कि देवयानी चेतन के साथ ही रहे। यह सोचकर उसने बेटी को प्रॉपर्टी से बेदखल करने के लिए कहना शुरू कर दिया था। सुधा देवयानी को खर्चा भी देती थी जो उसने देना बंद कर दिया था। मां से पीछा छुड़ाने के लिए उसने शिबू के दोस्त के साथ मिलकर षड्यंत्र रचकर मां की हत्या कर दी। शिबू का इस हत्याकांड में कोई हाथ है या नहीं पुलिस इसकी पड़ताल कर रही है।

सुधा के पति की भी वर्ष 2003 में हो गई थी हत्या…
पुलिस के मुताबिक सुधा के पति रामजी लाल की भी वर्ष 2003 में कुछ रुपयों के लिए हत्या कर दी गई थी। रामजी लाल भी नेतागिरी करते थे। उस समय सुधा के बच्चे छोटे थे। सुधा ने किसी तरह बच्चों को पाला। वर्ष 2007 में खुद सुधा ने भाजपा के टिकट से निगम का चुनाव लड़ा था। लेकिन वह हार गई थी। स्थानीय लोगों का कहना है कि अभी भी वह भाजपा से जुड़ी थी और इस बार होने वाले निगम चुनाव लड़ने की तैयारी कर रही थी। मां की मौत की खबर के बाद बेटा विक्रांत दिल्ली आ गया। आंबेडकर नगर थाना पुलिस मामले की छानबीन कर रही है।

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