च्वाइस सेंटर में संचालक बना रहा था फर्जी जन्म प्रमाण पत्र, 40 से ज्यादा आइडी ब्लाक, अपराध दर्ज

रायपुर। फर्जी दस्तावेजों के सहारे लाखों रुपये की सहायता राशि हड़पने का मामला सामने आया है। सिविल लाइन थाना पुलिस ने च्वाइस सेंटर संचालक के खिलाफ धोखाधड़ी और फर्जी दस्तावेज बनाने की धाराओं के तहत अपराध दर्ज किया है।

आरोपी को पुलिस ने हिरासत में ले लिया है। उससे पूछताछ चल रही है। उसके पास से श्रम विभाग के फर्जी कार्ड, विभाग की मुहर, प्रिंटर, कंप्यूटर व अन्य दस्तावेज बरामद किये गये हैं। सिविल लाइन पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार श्रम विभाग की ओर से थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई गई है। विभाग को जानकारी मिली कि फर्जी जन्म प्रमाण पत्र बनाकर मिनी माता, महतारी जतन योजना के तहत दी जाने वाली सहायता राशि दी जा रही है। विभाग ने पहले अपने स्तर पर इसकी जांच की तो इसका पता चला। इस पर थाने में शिकायत दर्ज करायी गयी. पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी। जांच में पता चला कि सिविल लाइन थाना क्षेत्र स्थित च्वाइस सेंटर संचालक द्वारा भी फर्जी दस्तावेजों के सहारे श्रमिक कार्ड बनाए जा रहे हैं। आरोपी श्रमिक कार्ड और अन्य कार्ड बनाने के नाम पर भी लोगों से पैसे वसूल रहा था। पुलिस अब उससे पूछताछ कर रही है कि कितने लोगों को श्रमिक कार्ड जारी किया गया है। आरोपी कब से नौकरी कर रहा था। जल्द ही पुलिस मामले का खुलासा करेगी।

कई अन्य जांच के दायरे में

छत्तीसगढ़ भवन एवं सन्न निर्माण मंडल के अध्यक्ष सुशील सन्नी अग्रवाल ने बताया कि सभी कलेक्टरों को च्वाइस सेंटरों की जांच के लिए निर्देशित किया गया है। सभी जिलों में इस तरह की कार्रवाई की जा रही है। अब तक लगभग 40 से ज्यादा सेंटरों की आइडी ब्लाक की गई है। वहीं आगे भी जांच जारी है। ऐसा करने वालों पर कार्रवाई की जा रही है।