दुर्ग जिले में सरपंच सचिव की प्रताड़ना के चलते पंच ने की खुदकुशी, एसडीएम कार्यालय परिसर में लगाई फांसी

दुर्ग। जिले में बागडूमर ग्राम पंचायत के पंच सुखीराम रावत ने वहां के सरपंच और सचिव की प्रताड़ना से तंग आकर खुदकुशी कर ली। पंच गुरुवार को भिलाई तीन एसडीएम कार्यालय पेशी में गया था। अगले दिन सुबह उसकी लाश परिसर में फंसी पर लटकी मिली। मृतक की जेब से एक सुसाइड नोट मिला है। उसमें उसने सरपंच और सचिव को खुदकुशी के लिए जिम्मेदार बताया है। भिलाई तीन पुलिस मामले की जांच कर रही है।

भिलाई तीन पुलिस का कहना है कि वो मामले की जांच कर रही है। पंचनामा कार्रवाई के दौरान पंच सुखीराम रावत की जेब से एक सुसाइड लेटर मिला है। सुखीराम ने मरने से पहले वो पत्र अनुविभागीय अधिकारी यानि एसडीएम भिलाई तीन जागेश कौशल के नाम लिखा है। उसने लिखा है कि “सरपंच मदनलाल जांगड़े और सचिव रेखा मालवी के द्वारा उसे मानसिक रूप से प्रताड़ित किया जा रहा है। उसने पत्र में लिखा है कि जब से वो पंच बना है। उसके परिवार और वार्ड 13 के सभी लोग परेशान हैं। सरपंच और सचिव के द्वारा राशन कार्ड बनाने के नाम पर 2 हजार रुपए, बिजली फार्म में साइन करने के लिए 2 हजार, जाति और निवासी प्रमाण पत्र में साइन करने के लिए 2 हजार रुपए लिए जा रहे हैं। विरोध करने पर उसका घर तोड़ने की धमकी देते हैं। इतना ही नहीं उन्होंने उसे 20 जुलाई 2022, 25 जुलाई 2022 और 1 अगस्त 2022 को उसे तीन बार नोटिस भी दिया था। तब से लेकर लगातार उनके द्वारा धमकी दी जा रही है। उन्होंने उसे आत्महत्या करने के लिए मजबूर कर दिया है। पंच ने एसडीएम से अंतिम प्रार्थना की है कि वो उन्हें उनके पद से हटा दें।”

भिलाई तीन एसडीएम कार्यालय परिसर में पंच ने लगाई फांसी - Dainik Bhaskar

एसडीएम कौशल कुमार ने बताया कि बागडूमर के कई पंचों ने मिलकर सरपंच के खिलाफ शिकायत की थी। इसे लेकर उन्होंने उसके खिलाफ जांच भी बैठाई है। उसी जांच के लिए पंच गुरुवार को उनके कार्यालय में पेशी के लिए आया था। उन्होंने ऐसा क्यों किया किसी मजबूरी में किया उन्हें इसकी जानकारी नहीं है। एसडीएम का कहना है कि जांच भी लगभग पूरी हो गई है। बागडूमर ग्राम पंचायत के एक पंच ने बताया दो सालों से पंचों और सरपंच के बीच विवाद चल रहा है। सरपंच दबंगई करते हुए अवैध मुरुम की खुदाई कराने से लेकर अतिक्रमण को लेकर गलत कार्रवाई, राशन कार्ड से हितग्राहियों का नाम काटने जैसे काम कर रहा था। सुखीराम सहित अन्य पंच ने इसकी शिकायत एसडीएम कार्यालय में की थी। इसके बाद धारा 40 के तहत मामले की जांच पिछले दो सालों से चल रही है। बार-बार पेशी में जाने और निर्णय न आने से परेशान होकर पंच ने खुदकुशी की है।

पंच गोवर्धन कुमार टंडन ने बताया कि उसके सहति सभी पंच कल भिलाई तीन एसडीएम कार्यालय गए थे। वो लोग वहां एसडीएम कौशल कौशल से मिले और न्याय की गुहार लगाई थी। एसडीएम ने बोला कि अगली पेशी में निर्णय हो जाएगा। क्या निर्णय आएगा उन्होंने कुछ बताया नहीं। सुखीराम पहले से ही खुदकुशी करने का मन बनाया हुआ था। किसी को बिना कुछ बताए ही वो घर से रस्सी लेकर आया था। अगले दिन उसका शव फंदे पर झूलता मिला है।