कलेक्टर ने जरूरी खाद्यान्न की उपलब्धता सुनिश्चित करने ली बैठक
राजनांदगांव। कलेक्टर जयप्रकाश मौर्य ने जिले में जरूरी खाद्यान्न उपलब्धता सुनिश्चित करने के उद्देश्य से विभिन्न व्यापारिक संगठनों के प्रतिनिधियों की बैठक ली। कलेक्टर श्री मौर्य ने बैठक में कहा कि लॉकडाउन के दौरान जरूरी चीजों चावल, दाल, चना, मटर, सोयाबीन, प्यास, आलू, शक्कर, बिस्किट, रसोई गैस और सब्जियों की आपूर्ति पर्याप्त मात्रा में होनी चाहिए। इसके लिए जिला प्रशासन की ओर से व्यापारियों को जरूरी सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएंगी। बैठक में अपर कलेक्टर ओंकार यदु, अपर कलेक्टर हरिकृष्ण शर्मा, नगर निगम आयुक्त चंद्रकांत कौशिक, एसडीएम राजनांदगांव मुकेश रावटे, जिला खाद्य अधिकारी किशोर कुमार सोमावार सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे। कलेक्टर श्री मौर्य ने सबसे पहले व्यापारिक प्रतिनिधियों से जरूरी खाद्यान्न की उपलब्धता के संबंध में चर्चा की। श्री मौर्य ने कहा कि थोक व्यापारियों के पास पर्याप्त मात्रा में खाद्यान्न का भण्डारण होना चाहिए। खाद्यान्न आपूर्ति की चयन को बनाए रखना है ताकि जरूरी सामानों की आपूर्ति प्रभावित न हो। उन्होंने व्यापारियों से वाहनों और हमालों की सूची उपलब्ध कराने की बात कहते हुए कहा कि उनके लिए पास दिए जाएंगे। किराना दुकानों में गांव से आने वाले मजदूरों और हमालों के पास ग्राम पंचायत सचिवों द्वारा जारी किए जा रहे हैं। वाहनों और वाहन चालकों के पास मौके पर उपलब्ध रहना चाहिए। श्री मौर्य ने व्यापारिक संगठनों के प्रतिनिधियों से आग्रह करते हुए कहा कि हमालों और मजदूरों को मास्क और सेनेटाईजर अनिवार्य रूप से उपलब्ध कराएं। कलेक्टर श्री मौर्य ने खाद्य अधिकारी को निर्देशित करते हुए कहा कि जिले में अनाज और जरूरी सामानों की उपलब्धता की रिपोर्ट हर दिन दी जाए। दूसरे जिलों से खाद्य सामग्री लाने ले जाने वाले वाहनों का पंजीयन व्यापारी अनिवार्य रूप से करा ले। उन्होंने इसके लिए परिवहन विभाग के अधिकारियों को जरूरी निर्देश दिए। श्री मौर्य ने जोर देकर कहा कि रसोई गैस की कमी किसी भी हाल में नहीं होनी चाहिए। कलेक्टर ने दूध के खराब होने की शिकायतों की चर्चा करते हुए कहा कि होटलों में इससे पनीर और खोवा बना सकते हैं। श्री मौर्य ने कहा कि सब्जी और फल की व्यवस्था करने के लिए प्रशासन की ओर से हर सप्ताह रेट लिस्ट बनाई जाएगी। सप्ताह भर उसी रेट पर सब्जियों और फलों की खरीदी-बिक्री होगी। कलेक्टर श्री मौर्य ने अंत में व्यापारिक प्रतिनिधियों से कहा कि खाद्यान्न भण्डारण और आपूर्ति में किसी भी प्रकार की समस्या हो तो वे मुझे खुद जानकारी दे सकते हैं।