अमेरिका में कोरोना से एक दिन में 884 मौतें, 4,475 हुई मरने वालों की कुल संख्या
वाशिंगटन। कोरोना वायरस का सबसे बड़ा गढ़ बन चुके अमेरिका में एक दिन में 884 लोगों की मौत हुई है। इससे देश में मरने वालों का कुल आंकड़ा बढ़कर 4,475 पहुंच गया है। अमेरिका में 2,13,372 लोग कोरोना वायरस से संक्रमित हैं, जो दुनिया में सबसे ज्यादा है।
अगर पूरी दुनिया की बात करें तो कोरोना वायरस से संक्रमित लोगों की संख्या 930,000 पहुंच गई है जबकि 47 हजार से ज्यादा लोग मारे गए हैं। जॉन हापकिन्स यूनिवर्सिटी के मुताबिक पिछले 24 घंटे में अमेरिका में 884 लोगों की कोरोना वायरस से मौत हो गई है। अमेरिका में एक दिन में मरने वालों की यह अब तक कि सबसे बड़ी संख्या है। इस बीच अमेरिका में कोरोना वायरस के सबसे बड़े गढ़ न्यूयॉर्क शहर में मरने वालों की संख्या 1300 को पार कर गई है। इस महासंकट में अमेरिका में अस्पतालों में मास्क और अन्य चिकित्सा सामानों की भारी कमी हो गई है।
इस बीच अमेरिका ने फैसला किया है कि अपने विमानवाहक पोत थियोडोर रुजवेल्ट से 3000 नौसैनिकों को निकालने का फैसला किया है। इन नौसैनिक को गुआम के होटलों में क्वारंटाइन किया जाएगा। इस बीच पोत पर कोरोना से संक्रमित नौसैनिकों की संख्या बढ़कर 100 हो गई है। कोरोना वायरस से अमेरिका के लॉस एंजिलिस शहर में पीपीई किट की भारी कमी हो गई है। यहां पर कोरोना वायरस से संक्रमण के 10 हजार मरीज हैं।
इस बीच अमेरिका में मात्र 6 सप्ताह के नवजात बच्चे की मौत ने सबको हैरान कर दिया है। कोरोना वायरस के संक्रमण की चपेट में आने से इस 6 सप्ताह के बच्चे की मौत हो गई है। अमेरिकी राज्य कनेक्टिकट के गवर्नर ने कहा कि यह कोरोना वायरस से हुई सबसे कम उम्र की मौतों में से एक है। गवर्नर नेड लामोंट ने ट्वीट कर बताया कि नवजात को पिछले सप्ताह एक अस्पताल में भर्ती कराया गया था और उसे बचाया नहीं जा सका।
अस्पतालों में मरीजों की बढ़ती संख्या के बीच पूरे अमेरिका में जगह-जगह अस्थाई अस्पताल बनाए जा रहे हैं, जिस काम में आर्मी को लगा दिया गया है। इसके अतिरिक्त अन्य संगठन भी अस्पताल बनाने के काम में जुड़ गए हैं। सिएटल में फोर्ट कार्सन और जाइन बेस लेविस मैककॉर्ड से पहुंचे सेना के जवान फील्ड अस्पताल बनाने में जुटे हुए हैं। यहां 250 बेड का अस्पताल बनाया जा रहा है। अस्पतालों में बेड कम पड़ने पर मरीजों को यहां लाया जाएगा। नेवी ने अपने जहाज में चल रहे 1000 बेड के अस्पताल को न्यूयॉर्क पोर्ट पर खड़ा कर दिया है। यहां हालांकि कोरोना मरीजों का इलाज नहीं किया जाएगा। अस्पताल में बेड की कमी पर आम मरीजों का यहां इलाज किया जाएगा। न्यूयॉर्कक का मशहूर सेंट्रल पार्क जो राजनीतिक गतिविधियों के लिए भी खासा मशहूर है। वहां भी तंबुओं के सहारे अस्थायी अस्पताल बनाए गए हैं। इस काम में गैर सरकारी संस्थाएं भी मदद कर रही हैं।