बोर खनन के दौरान धंस गई जमीन: मलबे में दबने से युवक की मौत, 35 फीट गहराई से 8 घंटे बाद निकाला गया शव
बालोद। छत्तीसगढ़ के बालोद जिले में रविवार को बड़ा हादसा हो गया। जिले के गुरुर थाना क्षेत्र में खैर डिग्गी गांव में बोर खनन के दौरान जमीन धंसने से एक युवक की मौत हो गई। दुर्ग अग्निशमन विभाग को सूचना मिलने पर एसडीआरएफ की टीम मौके पर पहुंची और लगभग 8 घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद युवक के शव को बाहर निकाला। इस मामले में गुरुर थाना पुलिस जांच में जुट गई है।
गुरुर पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार रविवार को यह हादस हुआ। ग्राम खैर डिग्गी में रामकुमार पोया(36) के घर पर बोरवेल की खुदाई चल रही थी। दरअसल जहां बोर बना था वहां की मिट्टी पोली हो गई जिसे ठीक करने के लिए खुदाई की जा रही थी। जमीन पोला होने के कारण भरभरा कर धंस गई। इस दौरान केसिंग निकालने के प्रयास में लगे रामकुमार पोया भी मिट्टी के साथ ही जमीन में धंस गया। उसके ऊपर मिट्टी का मलबा जम गया। गांव वालों ने इसकी सूचना पुलिस को दी। पुलिस ने तत्काल एसडीआरएफ की सेवा के लिए दुर्ग अग्निशमन केन्द्र को सूचना दी।
सूचना के बाद मौके पर पहुंची एसडीआरएफ की टीम ने रेस्क्यू शुरू किया। रात करीब 8 बजे रेस्क्यू कार्य शुरू हुआ जो देर रात तक चला और लगभग 8 घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद लगभग 35 फीट की गहराई से रामकुमार के शव को बाहर निकाला गया। शव बाहर आने के बाद पुलिस ने पंचनामा कर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। इस पूरी कार्रवाई में जिला सेनानी अग्निशमन अधिकारी नागेंद्र कुमार सिंह, टीम प्रभारी धनीराम यादव, थानेश्वर, राजेश नेताम, रमेश कुमार, दिलीप कुमार, महेश गंधर्व, चंद्रप्रताप आदि की सराहनीय भूमिका रही।
जानिए कैसे हुआ हादसा
पुलिस के अनुसार मृतक रामकुमार के बाड़ी में बोरवेल लगा था। वहां की मिट्टी काफी पोली थी। उसे ठीक करने के लिए उसने गांव के लोगों की मदद ली। रविवार शाम 6 बजे जेसीबी से गड्ढा करते हुए रामकुमार बोरवेल की केसिंग को निकाल रहा था। इसी दौरान हादसा हुआ। मिट्टी धसकने से रामकुमार दबता चला गया। गांव वाले शोर मचाते रहे लेकिन कुछ नहीं कर पाए। रामकुमार के ऊपर मिट्टी गिरी और वह दब गया। इस हादसे में रामकुमार की मौत हो गई। घटना की सूचना के बाद पहुंची एसडीआरएफ ने कड़ी मशक्कत के बाद शव को बाहर निकला। फिलहाल गुरुर पुलिस मामले की जांच कर रही है।