भारत के राज्यों का नाम कैसे रखा गया? जानिए

न्यूज रूम: अगर हम हिंदुस्तान नाम की ही बात करें तो यह नाम सिंधु और हिंदू से मिलकर बना है| दरअसल सिंधु नदी के तट पर बसे जगह को सिंधुस्थान कहा जाता था, लेकिन फारसियों ने सिंधु को हिंदू बोलकर नाम हिंदुस्तान कर दिया है| अगर हम राज्य की बात करें तो सबसे अधिक चर्चा में रहने वाला राज्य जम्मू कश्मीर का नाम उसकी विरासत और प्रकृति की खूबसूरती आधार पर तय किया गया था| वहां एक घाटी है, ऋषि काश्याय की घाटी कहा जाता है, जिससे कश्मीर शब्द की उत्पत्ति हुई| संस्कृत में ‘का’ का मतलब पानी और ‘शिमीरा’ मतलब सुखाना है| ये तो कश्मीर शब्द के बारे में हो गया| अब अगर हम जम्मू शब्द की बात करें तो उसकी उत्पत्ति वहां के शासक राजा जम्बू लोचन के नाम से हुई थी|

हिमाचल राज्य का नाम संस्कृत मूल से जुड़ा है| हिमा का मतलब होता है ‘बर्फ’ और अचल मतलब ‘पर्वत’| यानि बर्फीले पहाड़ों का घर है हिमाचल| उत्तर प्रदेश से 2000 में अलग कर एक राज्य बनाया गया, जिसका नाम उतरांचल रखा गया, जिसका मतलब होता है उत्तर में स्थिति पर्वत| उत्तराखंड में काफी अधिक पर्वत है| इसलिए यह नाम रखा गया था| और वहीं अगर हम बात उत्तर प्रदेश की करें तो इसके नाम में ही इसका मतलब छिपा हुआ है| उत्तर में स्थिति प्रदेश| रेगिस्तान से भरा राज्य राजस्थान के नामकरण के बारे में अगर आप जानना चाहते हैं तो आपको संस्कृत भाषा से इसे समझना होगा| संस्कृत के शब्द ‘राजा’ और उनके रहने का स्थान यानि राजस्थान| वहां राजपूत राजाओं का राज हुआ करता था| झारखंड राज्य की बात करें तो यह संस्कृत शब्द झार और खंड से बना है| झार का मतलब है जंगल और खंड यानि भूमि| मतलब ये कि जंगल की भूमि| झारखंड में काफी अधिक जंगल देखने को मिलता है|

अरुणाचल प्रदेश, यह संस्‍कृत नाम है, जिसे Dawn-Lit Mountains से ट्रांस्‍लेट किया गया है, जिसका मतलब होता है ‘उगते सूरज की धरती’|

छत्‍तीसगढ़: यह 36 नंबर से बना है, क्‍योंकि यहां 36 किले बने हुए हैं|

हरियाणा: यह हरि और अरण्य शब्‍द से मिलकर बना है, जिसका मतलब होता है ईश्‍वर की भूमि|

पंजाब: पांच नदियों की भूमि, यह शब्‍द इंडो-ईरानी शब्‍द पुंज यानी पांच और आब यानी पानी से बना है|

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