ED ने जारी किया चावल घोटाले का आंकड़ा, जानिए…. इस पर सीएम भूपेश बघेल ने क्या कहा

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रायपुर| छत्तीसगढ़ में, ईडी ने चावल घोटाले के मामले में एक आंकड़ा जारी किया है। इस पर सीएम भूपेश बघेल ने सोशल मीडिया पर लिखा है कि ईडी ने फिर से मनगढ़ंत आरोप लगाकर भाजपा को एक चुनावी मुद्दा दिया है। अमित शाह के इशारे पर अबकी बार वे चावल घोटाले की बात कर रहे हैं। सीएम ने कहा कि रमन सिंह ने 15 साल तक मुख्यमंत्री के तौर पर काम किया है, लेकिन उनके बयान से प्रकट हो रहा है कि उन्हें कामकाज का अंदाज़ अभी तक नहीं हुआ है।

सीएम ने लिखा कस्टम मिलिंग के चार्ज तो वर्ष 2022-23 से ही बढ़ाए गए हैं यानी अभी एक ही साल का भुगतान हुआ है, तो चार साल के घोटालों का हिसाब कहां से आ गया? ईडी ने 10-12 राइस मिलरों से बयान लेकर अनुमान लगा लिया है, अगर एजेंसी 2,200 मिलरों के बयान दर्ज कर ले फिर किसी आंकड़े की बात करे। सरकार को बदनाम करने के लिए आंकड़े जारी न करे।

सीएम भूपेश बघेल ने यह दावा किया कि जब रमन सिंह प्रदेश के मुख्यमंत्री थे, तो हर साल किसानों से खरीदे जाने वाले 60-70 लाख टन धान की मिलिंग भी नहीं हो पाती थी। उनके साथ होने वाले अनियमितता, चोरी, ब्याज, संग्रहण केंद्रों के दुरुपयोग, और धान की खराबी के कारण, हर साल सैकड़ों करोड़ रुपये का नुकसान होता था। वे बताते हैं कि इस बार कस्टम मिलिंग की नई प्रणाली की शुरुआत होने के बाद ही 97 लाख टन धान का उठाव बरसात से पहले ही हो गया है और राज्य को 2000 करोड़ रुपयों की बचत हुई है।

सीएम ने आगे कहा कि ईडी झूठे आंकड़े इसीलिए जारी कर रही है जिससे कि प्रदेश की कांग्रेस सरकार को बदनाम करने के लिए भाजपा को हथियार मिल सके, पर ये पब्लिक है डॉक्टर साहब! ये सब जानती है। लोग जागरूक हैं और वे समझते हैं कि कैसे भाजपा ईडी, आईटी, और सीबीआई जैसी एजेंसियों की सहायता से चुनाव लड़ना चाहती हैं।

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