भिलाई में एक बार कांग्रेस व एक बार भाजपा को मिलती रही है जीत, लगातार दो बार किसी भी पार्टी को नही मिला है मौका, अब किसकी बारी
दुर्ग(चिन्तक)। जिले की छह विधानसभा की सीटों में भिलाई नगर विधानसभा भी एक ऐसी सीट है जहां एक बार भाजपा व एक बार कांग्रेस को जीत हासिल होती रही है। मिनी भारत के रूप में विख्यात भिलाई नगर की तासीर ही रही है कि क्षेत्र की जनता एक बार कांग्रेस तो एक बार भाजपा को मौका देती रही है। एक ही पार्टी को लगातार दूसरी बार अवसर नही मिला है। लिहाजा कांग्रेस के बाद अब भाजपा की बारी है। यदि कांग्रेस पुन: जीत हासिल करती है तो वह एक नया इतिहास बनाने में सफल होगी लेकिन इसका फैसला 3 दिसंबर को ही होगा।
यहां गौरतलब है कि भिलाई नगर विधानसभा का अब तक का रिकार्ड यही बताता है कि एक बार कांग्रेस और एक बार भाजपा को जीत मिली है। कांग्रेस के तत्कालीन प्रत्याशी बदरूद्दीन कुरैशी और प्रेम प्रकाश पांडे के बीच एक बार हार व एक बार जीत का ही फैसला हुआ था। वर्ष 2013 में प्रेम प्रकाश पांडे विजयी हुए थे लेकिन 2018 के चुनाव में देवेन्द्र यादव से उन्हेंं पराजय मिली थी। अब 2023 के चुनाव में श्री पांडे जीत की आशा रखते है। प्रेम प्रकाश पांडे भिलाई में भाजपा के कद्दावर नेता है।
अविभाजित म.प्र. में मंत्री रहने के साथ छत्तीसगढ़ शासन में भी उच्चशिक्षा मंंत्री व विधानसभा अध्यक्ष रह चुके है। श्री पांडे की गिनती प्रदेश के नेताओ में होती है। भिलाई में आईआईटी की स्थापना मेंं श्री पांडे का योगदान महत्वपूर्ण रहा है। 2018 के चुनाव तक श्री पांडे एक मजबूत नेता के रूप में स्थापित हो गए थे लेकिन इसी चुनाव में कांग्रेस ने भिलाई निगम के तत्कालीन महापौर देवेन्द्र यादव को मैदान में उतार दिया।
देवेन्द्र यादव ने श्री पांडे को कड़ी चुनौती दी और उन्हें हराने में सफल हुए। परिवर्तन की लहर में जीत का अंतर ज्यादा नही था। अब 2023 के चुनाव मे इन दोनो के बीच फिर मुकाबला हुआ है। देवेन्द्र यादव ने विधायक रहते हुए विकास के अनेक काम कराए है। व्यवहार से जनता का ध्यान खींचने में भी सफल हुए है। युवाओं की बड़ी टीम भी उनके साथ है देवेन्द्र यादव ने इस बार के चुनाव में भी श्री पांडे को कड़ी टक्कर दी है। दोनो प्रत्याशियों ने इस चुनाव में अपने अनुभव का पूरा इस्तेमाल किया है। इनमें से किसके सिर पर जीत का ताज होगा। यह अनुमान लगा पाना मुश्किल है। जनता ने बटन दबाकर फैसला दे दिया है। इसका सामने आना अभी शेष है।
भिलाई नगर विधानसभा में कुल मतदाताओं की संख्या एक लाख 68 हजार 577 है जिसमें पुरूष मतदाता 84 हजार 696 तथा महिला मतदाताओं की संख्या 83 हजार 978 है। थर्ड जेंडर की संख्या तीन है। इस बार के चुनाव में एक लाख 11 हजार 853 मतदाताओ ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया है। जिसमें 56हजार 507 पुरूष व 55 हजार 325 महिला मतदाता शामिल है। थर्ड जेन्डर में मात्र एक ने ही मतदान किया है।
भिलाई नगर विधानसभा में मतदान का प्रतिशत 66.34 रहा है। मतदान के प्रतिशत को लेकर कांग्रेस व भाजपा दोनो पार्टियों में जीत के दावे किये जा रहे है। एक बार हार व एक बार जीत की स्थिति का आंकलन करे तो कांग्रेस के बाद अब भाजपा की बारी है। वहीं यदि कांग्रेस दुबारा जीत हासिल करती है तो यह एक नया इतिहास बन सकता है।