नशे के खिलाफ छत्तीसगढ़ के इतिहास में दुर्ग पुलिस का सबसे बड़ा एक्शन! डेढ़ करोड़ से ज्यादा की नशीली दवा जब्त

दुर्ग। दुर्ग पुलिस को सूखे नशे के खिलाफ अब तक की सबसे बड़ी कामयाबी मिली है। मोहन नगर थाने में दर्ज एक एफआईआर और उस मामले में दुर्ग से गिरफ्तार युवक-युवती के जरिए राजस्थान से जुड़ लिंक का पता चला। पुलिस की टीम ने राजस्थान जाकर वहां से शातिर बदमाश को पकड़ा जो कि डार्क वेब के नाम से बने वेबसाइट के जरिए नशीली टेबलेट व सिरप सप्लाई करता था। इस मामले में दुर्ग पुलिस ने तिरूपति विहार देवपुरा जिला बुंदी राजस्थान अंकुश पॉलीवाल (35) को गिरफ्तार किया है। साथ ही पुलिस ने 1 करोड़ 60 लाख 44 हजार रुपए से भी अधिक की नशीली टेबलेट व सिरप जब्त किया है।

इस पूरे ऑपरेशन को दुर्ग सीएसपी मणिशंकर अय्यर ने लीड किया है। दरअसल इस केस की शुरुआत दुर्ग शहर से हुई थी। दुर्ग जिला के वैभव खण्डेलवाल एवं आकांक्षा खण्डेलवाल द्वारा इण्डिया मार्ट के साईट में जाकर एक फर्जी कम्पनी वैभव फार्मसिटीकल बनाया गया था। इनके द्वारा राजस्थान के अंकुश पालीवाल से प्रतिबंधित नशीली दवाईयों मंगाकर ऑनलाईन कम्पनी इण्डिया मार्ट में वाइरस मेडिकोस के नाम से पूरे देश में अवैध रूप से सप्लाई किया जाता था। आकांक्षा खण्डेलवाल के द्वारा छत्तीसगढ़ के विभिन्न जिलों में रिटेल में बेचा जाता था। इन दोनों को पूर्व में गिरफ्तार किया जा चुका है।

आरोपियों से पूछताछ में मिला लिंक
सीएसपी मणिशंकर अय्यर ने बताया कि दुर्ग में गिरफ्तार आरोपियों से पूछताछ में पता चला कि किस प्रकार से फर्जी कम्पनी बनाकर अवैध रूप से नशीली दवाईयों का व्यापार कर पैसा कमाया जा रहा है। उनके द्वारा अंकुश पालीवाल से सम्पर्क कर अवैध रूप से प्रतिबंधित नशीली दवाईयां ऑनलाईन प्राप्त कर अवैध रूप से बेचा जा रहा था। आरोपी वैभव खण्डेलवाल ने बताया कि राजस्थान के बुंदी जिले के बायो लेब रेमेडिस से इण्डिया मार्ट के माध्यम से फर्जी दस्तावेज के सहारे प्रतिबंधित नशीली दवाईयां को बेची जा रही हैं।

पुलिस की टीम ऐसे पहुंची आरोपी तक
सीएसपी मणिशंकर अय्यर ने बताया इसके बाद विशेष टीम गठित कर नगर राजस्थान बूंदी जिले रवाना किया गया। जहां पर बायोलेब रेमेडिस के संचालक अंकुश पालीवाल को विधिवत गिरफ्तार कर पूछताछ की गई जिसमें उनके द्वारा यह स्वीकार किया गया कि उसके द्वारा अवैध रूप से बने कंपनियों को प्रतिबंधित दवाईयो की सप्लाई किया जा रहा था। इसके बाद राजस्थान के कोटा, बुन्दी और जयपुर में छोपेमारी कर 1 करोड़ 60 लाख 44 हजार रुपए की टेबलेट व सिरप जब्त किया गया।

अंतरराष्ट्रीय मार्केट भी बना रखा था आरोपी ने
पुलिस को पता चला कि अंकुश पालीवाल द्वारा पूरे देश के विभिन्न राज्यों तथा अंतराष्ट्रीय मार्केट बांग्लादेश में ऑनलाईन माध्यम से फर्जी कम्पनियों को नशीली दवाईयों सप्लाई कर रहा था। दुर्ग पुलिस ने दबिश देकर अंकुश पालीवाल को गिरफ्तार किया उसके द्वारा अवैध रूप से जमा किये गये प्रतिबंधित नशीली टेबलेट और सिरप को जब्त किया। जब्त टेबलेट व सिरप का मार्केट रेट 1 करोड़ 60 लाख 44 हजार रुपए से ज्यादा का है। सूखे नशे 0के खिलाफ छत्तीसगढ़ के इतिहास की अब तक की सबसे बड़ी कार्रवाई दुर्ग पुलिस द्वारा किया गया।

पुलिस रेड की खबर से आउट हुए कई लोग
मणिशंकर अय्यर ने बताया कि डार्क वेब के जरिए इस कारोबार से कई लोग जुड़े हैं। छत्तीसगढ़ के विभिन्न जिलो से इस वेसाइट के जरिए लोग जुड़े हैं। दुर्ग पुलिस की रेड से पहले की वेबसाइट से कई लोग आउट हो गए। फिलहाल छत्तीसगढ़ से इस व्यापार में कितने लोगों की संलिप्तता है इसकी जानकारी जुटाई जा रही है। इस पूरी कार्रवाई में नगर पुलिस अधीक्षक दुर्ग मणिशंकर चन्द्रा, प्रशिक्षु उपपुलिस अधीक्षक आकांक्षा पाण्डेय, निरीक्षक विजय यादव, थाना प्रभारी मोहन नगर उपनिरीक्षक चेतन चन्द्राकर, चौकी प्रभारी जेवरा सिरसा, प्रधान आरक्षक जावेद खान, आरक्षक कांती शर्मा, आरक्षक गौरसिंग राजपुत, नासिर बख्स, कमलेश यादव, प्रधान आरक्षक चंद्रशेखर बंजीर, आरक्षक विकांत यदु के साथ राजस्थान बूंदी जिले के सदर थाना प्रभारी निरीक्षक अरविंद कुमार, एएसआई शिवराज सिंह, आरक्षक गजानंद का सहयोग रहा।