शहर में आवारा कुत्तों की संख्या में लगातार हो रही है बढ़ोतरी, रात्रिकालिन समय में गलियों से गुजरना मुश्किल, निगम द्वारा कोई पहल नही

दुर्ग (चिन्तक)। शहर के विभिन्न इलाकों में आवारा कुत्तो की संख्या में लगातार बढ़ोतरी हो रही है। हर गली व चौक चौराहों में कुत्तों की भरमार है। परिणाम स्वरूप सायंकाल के बाद रात्रि कालीन समय में आम लोगों का गुजरना मुश्किल हो गया है। निगम प्रशासन द्वारा आवारा कुत्तो की बढ़ती संख्या पर रोक लगाने कोई पहल नही की जा रही है।

उल्लेखनीय है कि निगम प्रशासन शहर के नागरिको को आवारा कुत्तो से राहत दिलाने के लिए दो बार पहल कर चुका है लेकिन इसमें सफलता नही मिली है। भाजपा परिषद के कार्यकाल में निगम प्रशासन द्वारा जेवरा सिरसा के पास साठ लाख रूपए की लागत से ड़ाग हाउस बनाया गया था। इस ड़ाग हाउस में शहर के आवारा कुत्तो को पकड़कर रखा गया था। इसके बाद कुत्तो के नसबंदी की योजना थी. लेकिन का काम शुरू नही हो पाया।

डाग हाउस में हजारों की संख्या मे रखे गए कुत्ते भोजन के अभाव में हिंसक हो गए डाग हाउस से भाग गये ये सारे कुत्ते जेवरा सिरसा क्षेत्र में सक्रिय हो गए थे। भारी विरोध के कारण डाग हाउस को बंद करना पड़ा था। इसके बाद निगम की वर्तमान परिषद ने कुत्तों को पकड़कर उनकी नसबंदी करनी शुरू कर दी लेकिन नसबंदी में भ्रष्टाचार की शिकायत के बाद इसे बंद करवा दिया गया।

बताया गया है कि कुत्तों की नसबंदी का काम दो साल से अधिक समय से बंद है. आवारा कुत्तो को प$कडऩे का अभियान भी बंद कर दिया गया है। इसके कारण कुत्तों की संख्या में अप्रत्याशित रूप से इजाफा हुआ है।

हर गली चौक और चौराहों पर दर्जनों की संख्या में झुंड के रूप में कुत्ते देखे जाते है। दिन के समय में लोगो को आवागमन से दिक्कत नही होता लेकिन शाम के बाद रात्रिकालीन समय में अँधेरे में कुत्तो का झुंड हिंसक हो जाता है कि जिसकी वजह से आने जाने वाले लोगो को भारी परेशानी होती है। बताया गया है कि एक साल के अंतराल में दर्जनो की संख्या में लोग कुत्तो के काटने से घायल हुए है। सबसे बुरा हाल निचली बस्तियो का है वहीं पास कालोनियों में भी कुत्तो की संख्या में भारी इजाफा हुआ है।

गयानगर में पागल कुत्तो का आतंक
शहर के गया नगर वार्ड में पागल कुत्तो का आतंक है। पिछले कुछ दिन पूर्व एक पागल कुत्ते ने कई लोगो को अपना शिकार बनाया था। मोहल्ले के लोगों ने घेरकर कुते को मार डाला लेकिन कुत्तो के आतंक से मोहल्लेवासी अभी भी भयभीत है। निगम प्रशासन से आवारा कुत्तो के विरूद्ध सघन अभियान चलाने की मांग की गई है।

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