सत्ता पक्ष बजट बैठक में विपक्ष को जवाब देने पूरी तरह से हुआ तैयार, काम को लेकर कांग्रेस की परिषद भाजपा के बीस साल के कार्यकाल पर भारी

दुर्ग(चिन्तक)। आगामी 7 मार्च गुरूवार को आयोजित सामान्य सभा की बैठक में बजट को लेकर विपक्ष जहां सत्तापक्ष को घेरने की रणनीति बना चुका है वहीं सत्तापक्ष विपक्ष को जवाब देने पूरी तरह से तैयार है। कांग्रेस के पार्षदो का् दो टूक कहना है कि कांग्रेस परिषद का कार्यकाल भाजपा परिषद के बीस साल के शासन पर भारी साबित हुआ है।

यहां गौरतलब है कि कांग्रेस परिषद के कार्यकाल में शहर के सबसे महत्वपूर्ण शंकर नाले के सुदृढीकरण का काम हुआ है इस काम को भाजपा की परिषद बीस साल में पूरा नही कर पाई थी। केवल इसके नाम पर करोड़ो रूपए ख्रर्च कर दिए। कांग्रेस के पार्षदों के अनुसार महापौर धीरज बाकलीवाल के कार्यकाल में शंकर नाले का काम योजनाबद्ध तरीके से किया गया है।

परिणाम स्वरूप बारिश के मौसम में कहीं भी बाढ़ जैसी स्थिति निर्मित नही हुई है। कांग्रेस के पार्षदों के अनुसार दूसरा सबसे महत्वपूर्ण काम ठगड़ा बांध के क्षेत्र को एक सुंदर पिकनिक स्पाट के रूप में विकसित करना रहा है। ठगड़ा बांध भाजपाई पार्षद के कार्यकाल में पूरी तरह से उपेक्षित रहा है और क्षेत्र में केवल मुरूम दोहन का काम होता रहा है।
महापौर धीरज बाकलीवाल के नेतृत्व में ठगड़ा बांध में निवासरत लोगों को निगम के आवास में बसाया गया उसके बाद काम चालू किया गया। कांग्रेस के पार्षदों के अनुसार शहर के हर वार्डो में सड़क नाली निर्माण, पेयजल व्यवस्था विद्युतीकरण का काम भी व्यवस्थित तरीके से किया गया है। कई वार्डो में उद्यान शुरू किए गए है साफ सफाई की व्यवस्था भी पहले से कहीं ज्यादा चुस्त दुरूस्त की गई है। गौरवपथ का चौड़ी करण व सौंदर्यीकरण किया गया है।

अमृत मिशन में खामी भाजपा परिषद की देन
कांग्रेस के पार्षदों का कहना है कि अमृत मिशन का काम भाजपा परिषद के कार्यकाल में शुरू कर दिया गया था। भाजपा की परिषद ने पूरे शहर की पृष्ठ भूमि का गहराई से अध्ययन और आंकलन किए बगैर आनन फानन में योजना बना कर कमीशन खोरी के चक्कर में ठेके पर काम दे दिया इससे आधा से अधिक शहर लाभ से वंचित हो रहा था कांग्रेस परिषद ने कड़ी मशक्कत के बाद अधूरे एरिए को शामिल किया। इसमें पैदा हुई खामी की वजह भाजपा की परिषद रही है।

जमीन हासिल किए बिना बना दिया काम्पलेक्स
कांंग्रेस पार्षदों ने बताया कि भाजपा परिषद ने निगम में बीस वर्ष तक शासन किया। पंद्रह वर्ष तक राज्य में भाजपा की सरकार थी। भाजपाई परिषद यदि चाहती तो निर्माण से पहले जगह निगम को हस्तांतरित कराती इसके बाद निर्माण करती लेकिन गंजपारा में पुरानी मंडी के समीप करोड़ो रूपए खर्च करके जमीन को हस्तांतरित करवाए बगैर ही काम्पलेक्स का निर्माण कर दिया। कांग्रेस परिषद को जमीन के हस्तांतरण के लिए भारी मशक्कत करनी पड़ रही है। कांग्रेस पार्षदों के अनुसार भाजपा परिषद ने अपने कार्यकाल में साठ लाख रू. का खर्च कर शहर की सीमा से बाहर डाग हाउस का निर्माण किया था। शहर के लोगों को आवारा कुत्तो से निजात दिलाने कुत्तो को वहां रखने और उनकी नसबंदी की योजना थी लेकिन साल भर के भीतर ही डाग हाउस ध्वस्त हो गया।

शहर की जनता करेगी मूल्यांकन
कांग्रेस पार्षदों का कहना है कि महापौर धीरजबाकलीवाल के कार्यकाल में हुए कामकाज का सर्टिफिकेट देने का काम विपक्ष का नही है। इसका मूल्यांकन शहर की जनता करेगी। महापौर धीरज बाकलीवाल ने हर बार बजट में शहर की जनता के हितों का पूरा ध्यान रखा है और राहत देने वाली घोषणाएं की है। कोरोना काल में की गई सहायता चिकित्सा में जांच आधी राशि मेंं उपलब्ध कराना, अंतिम संस्कार के लिए मुफ्त लकड़ी सहित ऐसे प्रस्ताव लाए गए है जिसका सीधा लाभ शहर को मिला है।

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