शेयर ट्रेडिंग के नाम पर 1.29 करोड़ रुपए की धोखाधड़ी, मध्यप्रदेश के 6 ठगबाज गिरफ्तार

दुर्ग (चिन्तक)। शेयर ट्रेडिंग के नाम पर 1.29 करोड़ रुपए की धोखाधड़ी का खुलासा दुर्ग जिला पुलिस ने सोमवार को किया है। पुलिस ने मध्यप्रदेश 6 ठगबाजों गिरफ्तार किया है। लोगों के पर्सनल डाटा परचेस कर मोबाईल फोन के माध्यम से शेयर ट्रेडिंग के नाम पर रकम निवेश करने का झांसा देकर धोखाधड़ी की घटना को अंजाम देते थे।

आरोपियों के द्वारा छद्म नाम से टेलीफोनिक बातचीत कर अत्यधिक लाभ का झांसा देकर फर्जी खातों में रकम जमा करवाते थे। आरोपियों के कब्जे से विभिन्न कम्पनियों के 17 नग मोबाईल फोन, चार्जस व सिम, 19 नग पृथक से सिम, विभिन्न बैंकों के 09 नग एटीएम कार्ड, 01 नग पास बुक, वोटर आईडी कार्ड, पेन कार्ड, ठगी की रकम से खरीदे गये वाहन, सोने के आभूषण एवं नगदी रकम 17500 रूपये जुमला कीमती तकरीबर 35 लाख रूपये की मशरूका बरामद की गई है। एन्टी क्राईम एवं सायबर यूनिट दुर्ग एवं थाना पदमनाभपुर की टीम ने संयुक्त कार्रवाई की है।

पुलिस ने बताया कि दिनांक 18.03.2024 को आवेदक रोहित बघेल उम्र 62 वर्ष निवासी आदर्श नगर दुर्ग थाना पदमनाभपुर ने लिखित रिपोर्ट दर्ज कराया कि आर.के.टेक्नालॉजी कम्पनी के कर्मचारी सिद्धार्थ सक्सेना द्वारा शेयर बाजार में ट्रेडिंग के नाम पर डी-मेट एकांउट खुलवाकर कुल रकम 01 करोड़ 29 लाख रूपये शेयर में निवेश कराने का झांसा देकर धोखाधड़ी किया है। प्रार्थी की रिपोर्ट पर थाना पद्यमनाभपुर में अपराध क्रमांक 126/2024, धारा 420, 467, 468, 471, 406, 34 भादवि कायम कर विवेचना में लिया गया।

उक्त घटना को अत्यन्त गंभीरता से लेते हुए पुलिस अधीक्षक जितेन्द्र शुक्ला (भापु़से) के द्वारा धोखाधड़ी करने वाले गिरोह की पतासाजी कर उनके विरूद्ध कार्यवाही करने हेतु निर्देश प्राप्त के बाद अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (शहर भिलाई) सुखनंदन राठौर (रा.पु.से.), अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (शहर दुर्ग) अभिषेक झा, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (अपराध) सुश्री रीचा मिश्रा (रा.पु.से.), नगर पुलिस अधीक्षक (दुर्ग) चिराग जैन (भा.पु.से), उप पुलिस अधीक्षक (अपराध) हेम प्रकाश नायक के मार्गदर्शन में एवं एसीसीयू प्रभारी निरीक्षक कपिल देव पाण्डेय व थाना प्रभारी पद्यमनाभपुर परिवीक्षाधीन भापुसे अक्षय साबद्रा (भापुसे) के नेतृत्व में एसीसीयू एवं थाना की एक संयुक्त टीम गठित कर टीम को कार्यवाही हेतु लगाया गया था। टीम द्वारा प्राथी से संपर्क स्थापित कर घटना से संबंधित विस्तृत जानकारी जैसे कि घटना अवधि के दौरान प्रार्थी के मोबाईल पर आने वाले नम्बरों एवं ट्रेडिंग कार्य को संचालित करने के लिए पैसो के लेने देन में उपयोग होने वाले बैंक एकाउण्ट के संबंध में एकत्रित किया जाकर सूक्ष्मता से विश्लेषण किया गया।

मोबाईल नम्बरों के कॉल डिटेल प्राप्त किये गये, ठगी में उपयोग किये विभिन्न बैंकों के खातों का स्टेटमेंट प्राप्त किया गया। जानकारी प्राप्त हुयी कि घटना करने वाले आरोपियों द्वारा घटना उत्तर प्रदेश के झांसी शहर में रहकर कारित की जा रही है एवं पैसों का आहरण एक खाता से दूसरे खाता में जमा कराया जाकर मध्यप्रदेश के छत्तरपुर, ग्वालियर, राजनगर, भोपाल, झांसी (उ.प्र.) से एटीएम के माध्यम से रकम की निकासी की जा रही है। आरोपियों की उपस्थिति लगातार परिवर्तित हो रही थी जिससे वरिष्ठ अधिकारियों के निर्देश पर एक विशेष टीम निरीक्षक अम्बर सिंह के नेतृत्व में भोपाल के लिए रवाना किया गया।

आरोपियों की उपस्थिति लगातार भोपाल से ग्वालियर, शिवपुरी, इंदौर फिर झांसी में होना पता चला, जिसके आधार पर टीम झांसी पहुंचकर आरोपियों की पतासाजी उनके उपस्थिति के आधार पर कर रही थी। इसी दौरान स्थानीय स्तर पर पतासाजी करने पर झांसी स्थित सर्व नगर में चावड़ा बिल्डर्स के अपार्टमेन्ट में कुछ संदिग्ध व्यक्तियों की उपस्थिति का होना पता चला। प्रकरण से संबंद्ध मोबाईल नम्बरों का लोकेषन भी उसी स्थान पर पाये जाने से टीम द्वारा लगातार पतासाजी के उपरांत चावड़ा बिल्डर्स के तीसरे माले में स्थित एक अपार्टमेन्ट को चिन्हित कर दबिश दी गयी। जहाँ आकाश चौहान, अमित यादव, गौरव सिंह परमार, दिग्विजय सिंह बुंदेला, शिवम यादव एवं बाबू रैंकवार को पकड़ा गया, जिनके कब्जे से घटना में प्रयुक्त मोबाईल फोन व सिम कार्ड प्राप्त हुआ।

जिनसे पृथक-पृथक विस्तृत पूछताछ करने पर आकाष उर्फ लक्की के द्वारा छद्म नाम सिद्धार्थ सक्सेना, अमित यादव के द्वारा छद्म नाम राहुल गुप्ता व विक्रांत गुप्ता के नाम से प्राथी को मोबाईल फोन के माध्यम से बातचीत कर ठगी करना, गौरव सिंह परमार उर्फ हमीद उर्फ अमित शर्मा, दिग्विजय सिंह, शिवम यादव उर्फ राम उपाध्याय, बाबू रैकवार उर्फ अमन के द्वारा ठगी की घटना में बैंक खातों की व्यवस्था करना, बैंक से एटीम के माध्यम से रकम निकासी करना तथा बैंक एकाउण्टों का संधारण करना स्वीकार किये।

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