सुपेला वाय शेप अण्डरपास का निर्माण अंतिम चरण में, इस दिन से शुरू होगी आवाजाही, ट्रैफिक डीएसपी ने किया निरीक्षण
भिलाई(चिन्तक)। सुपेला रेलवे क्रासिंग पर बन रहे वाय शेप अण्डरपास का निर्माण अंतिम चरण में हैं। इन दिनों अंडरपास का फिनिसिंग कार्य किया जा रहा है। इस बीच लोगों के लिए राहत की खबर है। सुपेला अंडरपास से आवाजाही 1 मई से शुरू हो जाएगी।
शुक्रवार को यातायात डीएसपी सतीश ठाकुर ने रेलवे अधिकारियों के साथ निर्माणाधीन अण्डरपास का निरीक्षण किया। इस दौरान अधिकारियों ने बताया कि एक मई से संभवत: आवाजाही शुरू कर दी जाएगी। भिलाई शहर को रेल पटरी के दोनों तरफ जोडऩे वाली सुपेला रेलवे अण्डरपास का निर्माण अंतिम चरण में आ गया है। 16 अगस्त 2022 को रेलवे क्रासिंग बंद कर अण्डरब्रिज निर्माण शुरू किया गया।
शुरुआत में अण्डरपास के स्वरूप को लेकर विरोध के चलते काम की गति प्रभावित हुई। लेकिन अब इसका निर्माण कार्य पूरा होने लगभग पूरा हो गया है। टाउनशिप तथा घड़ी चौक की ओर एप्रोच रोड का काम पूरा करने के बाद भीतरी दीवारों पर कलाकृतियां उकेरकर आकर्षक रूप दिया गया है। वहीं रेल पटरी के दोनों ओर बनी एप्रोच रोड के ऊपर शेड निर्माण को अंतिम रूप दिया जा रहा है।
शुक्रवार सुबह ट्रैफिक डीएसपी सतीश ठाकुर ने रेलवे अधिकारियों के साथ अण्डरपास निर्माण की प्रगति का अवलोकन किया। इस दौरान इस अण्डरब्रिज को 1 मई से आवाजाही के लिए शुरू करने पर सहमति बन गई। इस आशय की जानकारी देते हुए ट्रेफिक डीएसपी सतीश ठाकुर ने बताया कि इस अण्डरपास शुरू हो जाने से चंद्रा-मौर्या और प्रियदर्शिनी परिसर अण्डरपास पर से ट्रैफिक का दबाव कम हो जाएगा।
वहीं छात्र छात्राओं, नौकरी पेशा सहित आम लोगों को पटरी पार आने-जाने में सहूलियत होगी। यह अण्डरपास वन वे होने से लोगों को गलत दिशा में आवाजाही से रोकने ट्रेफिक पुलिस की ओर से सूचना फलक लगाया जाएगा। इसके साथ ही लोगों को जागरूक करने ट्रेफिक पुलिस की तैनाती रहेगी।
अण्डरपास में सुपेला की ओर खुलने वाले मुख्य लेन में डिवाइडर बनाया गया है। वहीं टाउनशिप की ओर दो भागों में विभक्त होने से इस अण्डरपास का आकार अंग्रेजी के वाय शेप है। सुपेला की दिशा में लंबाई 230 मीटर है। वहीं टाउनशिप की ओर यह दो दिशा में विभक्त हो जाएगी। एक दिशा में यह सेक्टर-6 की ओर यानी दुर्ग की ओर मुड़ जाएगी।
दूसरी तरफ सेक्टर-2 और मस्जिद की ओर टर्न लेगा। इसकी लंबाई 160-160 मीटर की होगी। यह अण्डरपास की चौड़ाई व ऊंचाई पास के चन्द्रा-मौर्या और प्रियदर्शिनी परिसर अण्डरब्रिज के मुकाबले अधिक है। जिसके चलते बड़े वाहनों को गुजरने में आसानी होगी।