बे-मौसम की बारिश से फसल को भारी नुकसान, जन स्वास्थ्य भी प्रभावित, मौसम विभाग के अनुसार 17 अप्रेल तक बनी रहेगी बारिश की स्थिति

दुर्ग (चिन्तक)। पिछले कुछ दिन से हो रही बेमौसम बारिश के कारण विभिन्न किस्म की खेती करने वाले किसान भारी परेशान है। लगातार हो रही बारिश से फसल को भारी नुकसान हुआ है। इसके साथ साथ जन स्वास्थ्य पर भी विपरीत असर पड़ रहा है। गर्मी के मौैसम में वातावरण में ठंडक महसूस की जा रही है।
जानकारी के अनुसार जिले में सैकड़ो की संख्या में ऐसे किसान है जो धान के अतिरिक्त अन्य विभिन्न किस्म की खेती करते है। कई लोग अपने फार्म हाउस मे सब्जीे व फलो को लगाते है कड़ी धूप से फल व सब्जी की खेती को लाभ मिलता है लेकिन भीषण गर्मी के मौसम का स्वरूप बदला हुआ है। पिछले एक सप्ताह से अधिक समय से दुर्ग संभाग के इलाको में लगातार बारिश हो रही है साजा व परपोड़ी क्षेत्र में ओले गिरने की शिकायत है। इससे फसल को भारी नुकसान हुआ है। बताया गया है कि गर्मी के मौसम में धान के अतिरिक्त विविध किस्म की खेती की जाती है। गर्मी में पानी की पर्याप्त मात्रा के साथ सूर्य के प्रकाश का भी महत्व रहता है। इससे सब्जी व फलो के उत्पादन में निरंतरता बनी रहती है लेकिन बारिश से इस तरह की फसलो को भारी नुकसान हुआ है।

गर्मी के मौैसम में सब्जी में सबसे ज्यादा विभिन्न किस्म की भाजी का उत्पादन होता है जिसमें लाल,चौलाई, अमारी, पालक व अन्य किस्म की भाजी शामिल है। स्वास्थ्य की दृष्टि से भाजी का सेवन लाभदायक है लेकिन पानी गिरने की वजह से भाजियो में कीड़े लग रहे है और इसका उत्पादन सही ढ्ंग से नही हो पा रहा है। इसी तरह बारिश से फलो में आम चीकू, केला आदि की खेती पर प्रतिकूल असर पड़ा है। मौसम विभाग द्वारा 17 अप्रेल तक बारिश की स्थिति बने रहने की चेतावनी दी गयी है।
सर्दी खांसी व बुखार के मरीज बढ़े
बेमौसम बारिश की वजह से जनसामान्य के स्वास्थ्य पर भी प्रतिकूल असर पड़ा है। पिछले कुछ दिनों से एसी व कुलर के उपयोग कम हो गए है। गर्मी में ठंडक का वातावरण लोगों के स्वास्थ्य को प्रभावित कर रहा है। चिकित्सकों के अनुसार सर्दी खासी बुखार व सिरदर्द से प्रभावित मरीजों की संख्या बढ़ी है। छोटे बच्चों के स्वास्थ्य पर भी विपरीत असर पड़ रहा है। चिकित्सकों ने वर्तमान समय में खान पान में विशेष रुप से सतर्कता बरतने की हिदायत दी है।

17 के बाद पड़ेगी भीषण गर्मी

मौसम विभाग के अनुसार 17 अप्रैल के बाद अचानक मौसम में फिर बदलाव देखने को मिलेगा और भीषण गर्मी के साथ वातावरण बेहद शुष्क हो जाएगा। तापमान में भी भारी वृध्दि होगी। मौसम विभाग व्दारा चालू वर्ष में 20 दिन तक लू चलने की भविष्यवाणी की गई है।