नशे में धुत आरक्षक का कारनामा, डांट पड़ी तो खुद को खत्म करने का प्रयास
सीपत| शराब का नशा लोगों की सोचने समझने की शक्ति को ही खत्म कर देता है। व्यक्ति चाहे कोई भी हो शराब पीकर कई बार गलत कदम उठा लेता है। सीपत थाने में शराबी आरक्षक जब नशे से धुत ड्यूटी पर पहुंचा तो टीआई ने उसे फटकार लगाई। नशे में धुत आरक्षक खुद को खत्म करने के लिए फांसी पर झूलने का प्रयास करने लगा। इस दौरान साथी जवानों ने किसी तरह से उसे रोक लिया। अधिकारियों को जानकारी दी गई। इसके बाद आरक्षक की मांग पर उसे पुलिस लाइन में पदस्थ किया गया है। वहीं इस मामले में प्रताड़ना की बात कहीं जा रही है। लेकिन अभी तक स्पष्ट रूप से कोई जानकारी नहीं है।
बता दें, जानकारी के मुताबिक बुधवार को सीपत थाने के जवान वाहनों की चेकिंग कर रहे थे। इसी दौरान थाने में पदस्थ आरक्षक धर्मेन्द्र कश्यप भी वहां पहुंच गया। उसके मुंह से शराब की दुर्गंध आ रही थी।
इस पर थाना प्रभारी कृष्णचंद्र सिदार ने आरक्षक को शराब पीकर ड्यूटी पर आने की बात कहते हुए फटकार लगाई। थाना प्रभारी के निर्देश पर पूरी घटना को रोजनामचा में दर्ज किया गया।
गुरुवार की सुबह आरक्षक ड्यूटी पर पहुंचा। आते ही उसने अपने गमछे से फांसी लगाने की कोशिश की। इसे देख साथियों ने आरक्षक को किसी तरह काबू में किया। इसके बाद उन्होंने अधिकारियों को पूरी घटना की जानकारी दी।
अधिकारियों ने उसे समझाइश देकर पूरे घटना के संबंध में जानकारी ली। इस पर उसने पारिवारिक समस्या के कारण दूसरे थाने या पुलिस लाइन में पदस्थ करने की मांग की है।
जानकारी के मुताबिक आरक्षक के इस तरह के कदम उठाने के पीछे का कारण फिलहाल तो ड्यूटी पर शराब पीकर आने से डांटने को बताया जा रहा है। लेकिन थाना प्रभारी पर प्रताड़ना की बात भी कहीं जा रही है। इसकी अभी तक पुष्टि नहीं हुई है।