फेसबुक पर दोस्ती के बाद निकाह, फिर गायब हो गई लड़की; मां से आखिरी बार बोली डराने वाली बात

धनबाद| झारखंड के धनबाद की एक 19 साल की लड़की की एक युवक से फेसबुक पर दोस्ती हुई। दोनों में लंबी बातचीत होने लगी। धीरे-धीरे प्यार हो गया। दोनों ने निकाह कर लिया। लेकिन निकाह के कुछ समय बाद युवती अचानक गायब हो गई। लड़की की पहचान रोजी परवीन के रूप में हुई है। रोजी ने आखिरी बार अपनी मां को फोन पर बताया कि मां ये लोग मुझे मारने के लिए खेत में दौड़ा रहे हैं।

जानकारी के मुताबिक, धनबाद की रोजी परवीन की बिहार के पश्चिम चंपारण के चौतरवा के बसंतपुर सिसवा गांव में हत्या कर दी गई। मृतका की मां नजमा खातून ने थाने पहुंचकर शिकायत दर्ज कराई है।

थानाध्यक्ष संजीत कुमार ने बताया कि नजमा खातून की शिकायत पर बसंतपुर सिसवा निवासी मो. शाहिद व उसके पिता मो. आलम व परिवार के सदस्यों पर एफआईआर दर्ज की गई है। मो. शाहिद के पिता व मां को पूछताछ के लिए थाना लाया गया है। आरोप है कि इन लोगों ने रोजी परवीन की हत्या करने के बाद शव को गायब कर दिया है।

धनबाद निवासी नजमा खातून एवं मो. जसीम अंसारी की पुत्री रोजी परवीन की जान पहचान फेसबुक के माध्यम से हैदराबाद में मजदूरी करने वाले चौतरवा के बसंतपुर सिसवा निवासी मो. शाहिद से हुई थी। दोनों प्रेम प्रसंग में बंध गए। उसके बाद फरवरी में मो. शाहिद हैदराबाद से धनबाद चला आया और वहां पर किराये का कमरा लेकर रहने लगे। इस दौरान दोनों एक-दूसरे के करीब आ गए और फिर दोनों ने निकाह कर लिया।

धनबाद में रहने के दौरान शाहिद व रोजी का परिजनों ने निकाह करा दिया। हैदराबाद में कमाये रुपये खत्म होने के बाद शाहिद पैसे के लिए रोजी को प्रताड़ित करने लगा। फिर शाहिद ने कहा कि वह अपने माता-पिता के पास रहने के लिए जा रहा है। कुछ दिनों में आ जाएगा। गांव जाने के बाद शाहिद कन्नी काटने लगा। शंका होने पर रोजी मां के साथ ससुराल के लिए निकली। वे लोग बस से लौरिया पहुंचे, तभी शाहिद ने फोन कर बताया कि आप लोग गलत जगह जा रहे हैं। आप लोगों को मोतिहारी पहुंचना है। मैं वहीं पर मिलूंगा। रोजी अपनी मां के साथ मोतिहारी पहुंची।

नजमा खातून रोजी के साथ मोतिहारी बस स्टैंड में थीं। बेटी को छोड़कर वह बस के बारे में पता करने गईं। लौटने पर देखा कि रोजी वहां नहीं है। थोड़ी देर बाद रोजी ने मां को फोन कर बताया कि शाहिद आ गया है। वह मुझे लेकर अपने गांव के लिए निकल गए हैं। गांव पहुंचकर आपसे बात होगी। रात करीब 11 बजे रोजी ने बताया कि शाहिद के पिता उसे घर में रखने को तैयार नहीं हैं। वे लोग हत्या करने के लिए मुझे खेत में दौड़ा रहे हैं। नजमा जब दामाद के घर पहुंची तो वहां लोगों ने कहा कि रोजी उनके पास नहीं है।

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