चीनी वैज्ञानिकों ने किया कोरोना की दवा खोजने का दावा

लंदन । चीन के वैज्ञानिकों ने दावा किया है कि उन्होंने एक ऐसी दवा की खोज की है जिससे कोरोना वायरस का संक्रमण रोका जा सकता है। चीन के प्रतिष्ठित पेकिंग यूनिवर्सिटी के वैज्ञानिकों ने कहा कि उनके द्वारा परीक्षण की जा रही दवा से न केवल संक्रमित मरीज जल्दी ठीक होंगे, बल्कि उनके अंदर थोड़े समय के लिए इम्यूनिटी के स्तर में भी इजाफा होगा। यूनिवर्सिटी के बीजिंग एडवांस्ड इनोवेशन सेंटर फॉर जीनोमिक्स के डॉयरेक्टर सनी शी ने बताया कि यह दवा एनिमल टेस्टिंग के दौरान सफल रही है। उन्होंने बताया कि कोरोना से संक्रमित चूहों पर दवा के परीक्षण के दौरान उन्हें अच्छे रिजल्ट मिले हैं। जब चूहों में न्यूट्रलाइजिंग एंटीबॉडीज को इंजेक्ट किया गया तो पांच दिनों के बाद उनका वायरल लोड बिलकुल कम हो गया। उन्होंने बताया कि इसका मतलब हमारी दवा अच्छे तरीके से काम कर रही है।जीनोमिक्स के डॉयरेक्टर ने कहा कि इस दवा का क्लीनिकल ट्रायल का काम जारी है। हालांकि इसे ऑस्ट्रेलिया या अन्य देशों में किया जाएगा क्योंकि चीन में कोरोना संक्रमण के मामले बहुत कम हो गए हैं। उन्होंने उम्मीद जताई कि ये एंटीबॉडी कोरोना को रोकने में बड़ी भूमिका निभाएंगे। एक स्वास्थ्य अधिकारी ने बताया कि चीन में पहले से ही कोरोना के पांच दवाओँ का इंसानों पर टेस्ट किया जा रहा है। हालांकि, विश्व स्वास्थ्य संगठन ने चेतावनी दी है कि वैक्सीन के विकास में 12 से 15 महीनों का समय लग सकता है। चीन के इस अधिकारी ने कहा कि प्लाज्मा थेरेपी ने भी चीन में अच्छा काम किया है। इससे 700 से ज्यादा मरीज ठीक हुए हैं। प्लाज्मा थेरेपी ने संक्रमित मरीजों पर अच्छा प्रभाव डाला है। बता दें कि कोरोना वायरस के कारण दुनियाभर में 3 लाख से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है। यह खौफनाक ‎सिलसिला अभी तक जारी है।